हिमाचल प्रदेश आयुर्वेद विभाग द्वारा आज शिमला के ऐतिहासिक रिज पर अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने शहर के नागरिकों के साथ भाग लिया।
अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि योग आध्यात्मिक, आत्मिक और शारीरिक अभ्यास है, जो सदियों से हमारे जीवन का हिस्सा रहा है तथा लोगों ने इससे प्राप्त होने वाले अनेक स्वास्थ्य लाभों के बारे में जाना है। उन्होंने कहा कि योग न केवल व्यक्ति को ऊर्जावान बनाता है, बल्कि इसका अभ्यास मन-मस्तिष्क एवं शरीर दोनों को स्वस्थ रखता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को विश्वभर में मनाया जाने लगा है। अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर वर्ष 2015 में मनाया गया। यह आह्वान उन्होंने 27 सितम्बर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने अभिभाषण के दौरान किया था। उन्होंने कहा कि आज170 से अधिक देश अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस मना रहे हैं तथा लाखों लोग योग से लाभान्वित हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने नीदरलैंड प्रवास के दौरान अपने अनुभव सांझा करते हुए जानकारी दी कि राजधानी में स्थित डैम स्क्वायर रॉयल पैलेस में आयोजित अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम में सम्मिलित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ, जिसमें हजारों लोगों के साथ-साथ डच सशस्त्र सेना के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। उन्होंने कहा कि यह ध्यान देने योग्य है कि नीदरलैंड के रक्षा मंत्रालय ने सशस्त्र सेनाओं में तनाव कम करने एवं उनके अभ्यासों को बेहतर बनाने के लिए सैन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम में योग को शामिल किया गया है।इस अवसर पर ढली स्कूल के विशेष छात्रों ने भी योग आसन किए।
गुरू मॉं ने भी इस भव्य आयोजन में भाग लिया। एसजेवीएनएल ने भी इस कार्यक्रम के आयोजन में सहयोग दिया। इस अवसर पर जिला कुल्लू के बंजार में बस दुर्घटना में मृतकों की याद तके दो मिनट का मौन रखा गया।
नगर निगम शिमला की महापौर कुसुम सदरेट, हिमफैड के अध्यक्ष गणेश दत्त, मुख्य सचिव बी.के. अग्रवाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी, भाषा एवं कला विभाग की सचिव डॉ. पूर्णिमा चौहान, वरिष्ठ अधिकारी एवं पुलिस अधिकारी, स्कूल के विद्यार्थियों तथा आम जनता ने योग दिवस में भाग लिया।