सिविल अस्पताल बड़सर में इंजेक्शन लगाने से हुए रिएक्शन में पीजीआई रेफ़र की गयी बच्ची की मौत होने से स्थिति तनाव पूर्ण हो गयी है । अस्पताल परिसर में पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गयी है। डीएसपी बड़सर जसबीर सिंह ठाकुर स्वयं अस्पताल परिसर में मौजूद हैं। बटारली गाँव से कुछ लोग अस्पताल परिसर में पहुंचकर घटना का विरोध कर रहे हैं।रात्रि ड्यूटी पर तैनात डाक्टरों व अन्य स्टाफ़ की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है । मंगलवार को विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने भी अस्पताल परिसर का दौरा किया था और घटना की जानकारी ली थी । बुधवार को जैसे ही विधायक इंद्रदत्त लखनपाल को बच्ची की मौत का पता चला , उन्होंने घटना पर गहरा दुःख जताया।
मिली जानकारी के अनुसार बड़सर अस्पताल में मंगलवार शाम को दाखिल लगभग एक दर्जन मरीजों की तबीयत अचानक से बिगड़ गई। चिकित्सकों द्वारा जांच करने पर पाया गया कि उन्हें रिएक्शन हुआ है । जिस पर उनका इलाज शुरू किया गया। हालांकि बाकी मरीजों की स्थिति में सुधार हो गया। जबकि एक बच्ची की तबीयत उल्टी आते ही बिगड़ गई। उसकी हालत बिगड़ते ही उसे पहले ऊना रैफर किया गया । जहां से तबीयत बिगड़ती देख उसे पीजीआई रैफर कर दिया गया। लेकिन बुधवार को बच्ची नें पीजीआई में दम तोड़ दिया है।
जानकारी के मुताबिक़ इस लापरवाही में मृत बच्ची ज्योलीदेवी पंचायत के बटारली गांव के राजेश कुमार की बेटी है। बच्ची की मौत की खबर इलाके में पहुंचते ही माहौल गमगीन हो चुका है। जबकि पुलिस ने अस्पताल परिसर व चिकित्सकों की सुरक्षा के मद्देनजर पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी है।
विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति उदासीन हैं। बड़सर अस्पताल की घटना की पूरी तरह निष्पक्ष जांच होनी चाहिए तथा दोषियों को सरकार किसी क़ीमत पर बचाने का प्रयास न करे।