राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण की राज्य स्तरीय समिति की अध्यक्ष राजवंत संधू ने आज यहां कहा कि डोर टू डोर कचरा एकत्रीकरण का कार्य हर हाल में सौ फीसदी नियमित तौर पर सुनिश्चित किया जाए। राजवंत संधू ने यह बात आज उपायुक्त कार्यालय सभागार में ठोस एवं तरल कूड़ा कचरा प्रबंधन को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने जिला सिरमौर में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन को लेकर अब तक किए गए कार्यों पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा की नगर परिषद नाहन 31 दिसंबर 2019 तक शहर में ठोस कचरा प्रबंधन को लेकर 3 जगहों का चयन करे ताकि वहां शहर से एकत्रित विभिन्न तरह के ठोस कचरे को निस्तारण के लिए एकत्रित किया जा सके।
राजवंत संधू ने जोर देकर कहा कि डोर टू डोर कचरा एकत्रीकरण से जहां नियमित तौर पर घरों से ठोस और तरल कचरा प्राप्त किया जा सकेगा, वहीं शहर और शहर के आसपास प्लास्टिक व पॉलिथीन इत्यादि के हॉट स्पॉट भी नहीं बनेंगे। डोर टू डोर कचरा एकत्रीकरण से शहर में जगह-जगह डंपर रखने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि डंपर रखने से अक्सर कूड़े के ढेर सड़कों पर फैलते हैं और इससे बंदरों और बेसहारा जानवरों की समस्या भी उभर कर सामने आती है।
किसी भी शहर को साफ सुथरा रखने के लिए कचरे का नियमित निपटान अत्यंत आवश्यक रहता है। राजवंत संधू ने कहा कि सिरमौर जिले के शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी कचरा प्रबंधन को लेकर प्रभावी कार्ययोजना के तहत काम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर भी मिनी कलेक्शन सेंटर स्थापित किए जाएं ताकि प्लास्टिक और पॉलिथीन कचरे को एकत्रित किया जा सके। उन्होंने कहा कि कृषि और बागवानी में हो रहे रासायनिक स्प्रे के खाली कंटेनरों का उपयोग पानी और खाद्य पदार्थों की स्टोरेज में किसी भी सूरत में नहीं होना चाहिए। कृषि और बागवानी विभाग के अधिकारी आम लोगों में इसको लेकर जागरूकता पैदा करें।
राजवंत संधू ने ये भी कहा कि मिड डे मील योजना के तहत विद्यार्थियों को दोपहर का भोजन परोसा जाता है। इसके वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर भी स्कूल के इको क्लबों के माध्यम से प्रयास होने चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए छोटे कंपोस्ट यूनिट स्कूल में तैयार किए जा सकते हैं ताकि बचे हुए खाद्य पदार्थों से कंपोस्ट तैयार की जा सके।
उन्होंने कहा कि मुख्य सड़कों के साथ दुकानों और रिहायशी मकानों के कलस्टर अक्सर तैयार होते रहते हैं । ऐसी जगहों को चिन्हित करके वहां ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन को लेकर स्थानीय पंचायतों के माध्यम से कचरा एकत्रीकरण और निस्तारण का कार्य करवाया जाए। उन्होंने कहा कि नाहन नगर परिषद शहर में नियमित साफ-सफाई और कचरा प्रबंधन को लेकर लक्ष्य के आधार पर अपने कार्यों को अंजाम दे ताकि आगामी स्वच्छता सर्वेक्षण में नाहन शहर भी एक बेहतरीन रैंकिंग प्राप्त कर सके। राजवंत संधू ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि जिले में स्थित स्वास्थ्य संस्थानों के बायो मेडिकल कचरे के प्रबंधन की व्यवस्था जांचने के लिए औचक निरीक्षण अमल में लाएं।