वनों के सरंक्षण एवं वनीकरण कार्यों में उत्कृष्ट सेवाऐं प्रदान करने पर वनमंडल राजगढ़ के पूर्व डीएफओ मृत्युंजय माधव को शनिवार को शिरगंुल देवता की जन्मस्थली शाया में आयोजित एक सादे समारोह में शिजस्वी समिति द्वारा सम्मानित किया गया। बता दें कि मृत्युंजय माधव राजगढ़ में डीएफओ के पद पर रहे हैं और गत दो माह पहले उनका यहां से तबादला हो गया था परंतु उनके द्वारा राजगढ़ क्षेत्र में वनों के सरंक्षण और वनीकरण में दी गई सेवाओं को इस क्षेत्र के लोगों द्वारा बहुत सराहा गया है जिसके चलते उन्हें सम्मानित किया गया । इस मौके पर उनके साथ वर्तमान राजगढ़ के वर्तमान डीएफओ यशुदीप सिंह भी उपस्थित रहे। इससे पहले उन्होने शिरगुल देवता की जन्मस्थली शाया में शीश नवाया और पूजा अर्चना की ।
इस मौके पर नौणी विश्वविद्यालय के सेवानिवृत कुलपति डा0 जगमोहन चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि राजगढ़ में पहली बार ऐसे वनमंडलाधिकारी ने कार्यभार संभाला था जिन्होंने वनमंडल कार्यालय की काया ही पलट के रख दी थी और इनके द्वारा वनों के सरंक्षण के लिए किए गए कार्यों को लोग कभी नहीं भुला नहीं पाएगें । उन्होने कहा कि शाया में निर्मित किए जा रहे शिरगुल मंदिर के कार्याें में भी इनके द्वारा बहुूत सहयोग किया गया था ।
इस अवसर पर शिजस्वी समिति द्वारा वर्तमान डीएफओ यशुदीपसिंह, सुपरिंटेंडेंट आरसी रमौल, रैंज अधिकारी जयसिंह, प्रेम कुमार, डिप्टी रैंजर श्यामदत्त, वन रक्षक बलबीर तथा अन्य कर्मचारियों को भी सम्मानित किया गया। इस सम्मान समारोह में शिरगुल देवकार्य प्रमुख रणवीर सिंह चौहान एवं भागसिंह, शिजस्वी समिति अध्यक्ष अमरसिंह, शेरजंग चौहान जिप सदस्य शकुंतला चौहान, जयप्रकाश चौहान सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।