देश के प्रधानमंत्री ने वर्ष 2022 में सभी को आवास देने का लक्ष्य रखा गया है। देश के प्रधानमंत्री के आदेशों को जहां एक ओर इस आदेश को सरेआम ढेंगा दिखाया जा रहा है। वहीं हिमाचल प्रदेश सरकार जो कि अपने 2 वर्ष पूरे होने पर जश्न मनाकर हटी है तथा गरीबों को सभी मूलभूत सुविधाएं देने के दावे कर रही है इन सब की धज्जियां उड़ाता इसका जीता जागता उदाहरण राजपुर पंचायत के अन्तर्गत रामनगर में रहने वाले फत्तू का परिवार है। यह परिवार गरीबी रेखा से नीचे रह रहा है। आज तक इसे आवास, विद्युत व शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा गया है। यहां गरीब के साथ सीधा सीधा अन्याय हो रहा है। 21वीं सदी में भी सरकार द्वारा उन्हें आवास देने के लिए कोई भी विकल्प नही है। जिससे इस गरीब परिवार की दशा व दिशा में नया आयात आ गया है। फत्तू का परिवार इतना गरीब है कि इनके घर में अभी तक रोशनी तक नही पहुची है नही उक्त गरीब के घर पर शौचायल बना है। हर पांच वर्ष कई राजनैतिक पार्टियां आती है और इन्हें लुभावने प्रलोभन देकर चली जाती है। इसके घर का निर्माण कोई भी सरकार व राजनैतिक पार्टियां करने में विफल है।
बताते चले कि फत्तू ने पिछले करीब 15 वर्षो से पंचायत व अन्य विभाग के चक्कर काटे है। उन्हें सम्पूर्ण दस्तावेज भी दिए है। परन्तु उन्हें आवास दिलाने में सिर्फ आश्वासन मात्र ही दिया गया है। कई पंचायत प्रधान आए व गए सरकारे आई व गई परन्तु गरीब का आवास ज्यू का त्यूं बना हुआ है। गौरतलब है कि राजनिति में उंची पकड रखने वाले इस सारे खेल में अपने चहितों की गोटिया फिट कर जाते है और फत्तू जैसा गरीब आवास, विद्युत व शौचालय की सुविधाओं से वचिंत रह जाता है।












