तो क्या अगर जयराम सरकार ने मंजूरी दी तो हिमाचल पुलिस की टोपी का रंग खाकी से नीला हो जाएगा। यह सवाल चर्चा में इस कारण है, क्योंकि एक पत्र सामने आया है, जिसे एसपी कार्यालय से पुलिस कर्मचारियों के पक्ष के हवाले से लिखा गया है। इसे पुलिस महानिदेशक की मार्फत मुख्यमंत्री को भेजे जाने की बात कही जा रही है। हालांकि इस पत्र को लेकर अधिकारिक पुष्टि नहीं है, लेकिन टोपी का रंग बदलने को लेकर दिलचस्प तर्क दिए गए हैं।
इसके मुताबिक खाकी टोपी का इस्तेमाल वनरक्षकों, होमगार्डस, फायर कर्मियों द्वारा किया जाता है, लिहाजा पुलिस कर्मियों की पृथक पहचान नहीं होती। एक तर्क यह भी दिया गया है कि टोपी का रंग बदलने से सरकार के वित्तीय खजाने पर कोई भी अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा। नीली टोपी से पुलिस कर्मियों को अलग पहचान हासिल होगी। दीगर है कि टोपी व वर्दी के रंग को बदलने को लेकर पहले भी कई बार खबरें सामने आती रही हैं। दीगर है कि यह पत्र एचपी पुलिस के फेसबुक पेज पर अपलोड हुआ है।