(जसवीर सिंह हंस) लॉकडाउन के बीच भी निजी स्कूलों की मनमानी नहीं रुक रही है वह शिक्षा विभाग के आदेशों को भी ठेंगा दिखाया जा रहा है गौरतलब है कि शिक्षा विभाग के निदेशक की ओर से आदेश जारी किए गए थे कि 30 अप्रैल तक कोई भी स्कूल फीस की मांग नहीं करेगा जबकि स्कूलों की तरफ से व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर उसमें संदेश भेजे जा रहे हैं कि ऑनलाइन फीस जमा करवाई जाए वही बताया जा रहा है कि कुछ स्कूलों द्वारा अपने कुछ कर्मचारियों को भी मार्च महीने की भी अभी तक पूरी तनख्वाह नहीं दी गई है जबकि स्कूल लगातार यही दलील दे रहे हैं कि उनको अपने कर्मचारियों को तनख्वाह देनी है |
अभिभावकों का रोष बढ़ता जा रहा है कि आखिर लोग लॉकडाउन के बीच जब बच्चे अप्रैल महीने में स्कूल गए ही नहीं तो फीस किस बात दी जाये | वही निजी स्कूल द्वारा ऑनलाइन शिक्षा के द्वारा ने ठगी का धंधा सामने आया है जिसमें यूट्यूब से ही कुछ कविताएं दे दी जा रही है जबकि एक कविताएं बच्चे पहले भी यूट्यूब अभी तक निरंतर देखते रहते हैं ऐसे में देखना क्या होगा कि सरकार निजी स्कूलों के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई करेगी या फिर कांग्रेस और भाजपा दोनों की निजी स्कूलों के साथ गठजोड़ के कारण इन स्कूलों की लूट का धंधा बंद नहीं होगा
लॉकडाउन खुलने के बाद पावटा साहिब में निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ मोर्चा खोलने की तेयारी हो गयी है . हर साल फीस बढ़ोतरी से लेकर किताबों और वर्दी के अलावा कई सुविधाओं और कार्यक्रमों के नाम पर लूट मचा रहे निजी स्कूलों के खिलाफ संस्थाओं के लोग बड़े आंदोलन की तैयारियों में जुट गये है | इस बाबत जल्द ही रूपरेखा तैयार की जाएगी. इसमें अभिभावकों के अलावा विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के लोग भी शामिल होंगे. लोगो ने सरकार से मांग की है कि इन स्कूलों पर नकेल कसने के लिए कड़े आदेश जारी किये जाये |निजी स्कूलों के द्वारा अपनी दुकानों के द्वारा किताब-वर्दी, कापियां बेचने का गोरखधंधा बंद नहीं हुआ है। निजी स्कूल हाई कोर्ट व जिला प्रशासन के आदेशों को भी नहीं मानते हैं। सांठगांठ के चलते निजी स्कूल द्वारा चांदी कुटी जा रही है और इस पूरे प्रकरण में ठगे जा रहे हैं तो वह है अविभावक।












