वीरभद्र सिंह ने भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) सिरमौर के दीक्षांत समारोह के अवसर पर आज आईआईएम स्नातकों से समाज के वंचित वर्ग के साथ-साथ ग्रामीण व पहाड़ी क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान देने का आग्रह किया ताकि उनकी विशेषज्ञता आर्थिक गतिविधियों के विकास और विस्तार में मद्दगार साबित हो सके। उन्होंने कहा कि कुशल प्रबंधन पर्यावरणीय स्थिरता, ऊर्जा सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और सतत् विकास से संबंधित जटिल मुद्दों को सरल बनाने में सहायक सिद्ध हो सकता है।
उन्होंने कहा कि भारत और चीन के विश्व में प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के रूप में उभरने से बड़े पैमाने पर व्यापारिक अवसरों और सक्षम प्रबंधकों की आवश्यकता्ओं का मार्ग प्रशस्त हुआ है। वीरभद्र सिंह ने संस्थान के संकाय से देश में प्रबंधन की जरूरतों के मद्देनज़र व्यापक और समावेशी दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया, जिससे न केवल उद्योग की चुनौतियों का सामना किया जा सकेगा बल्कि राष्ट्र के विकास में भी प्रबंधन का महत्वपूर्ण् योगदान हो सकेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इन संस्थानों को निःशुल्क भूमि उपलब्ध करवाई है और इन संस्थानों को संचालित करने के लिए अन्य प्रभावी कदम उठाकर संस्थाओं की स्थापना में अपनी सक्रिय भूमिका निभाई है।