(विजय ठाकुर) सोलन श्रीराम लोक मंदिर विवाद पर नया मोड़ आ गया है। सेहत में सुधार के बाद मंदिर संचालक बाबा अमरदेव ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए बाबा ने कहा कि सारे गांव वाले उन्हें जिंदा जलाना चाहते थे और वह इसी मंशा के तहत अपने साथ पेट्रोल तक लेकर आए थे। यहीं नहीं बाबा अमरदेव ने स्थानीय पंचायत प्रधान पर भी उन पर हमला करने का आरोप लगाया है।
बाबा ने कहा कि जिस महिला पर तलवार से घायल होने की बात कही जा रही है दरअसल वो दूसरी महिला के वार से घायल हुई है। बाबा का कहना है कि उन्होंने किसी पर भी हमला नहीं किया। बल्कि वह परशुराम जयंती की तैयारियों में व्यस्त थे, तभी लोगों ने उन पर हमला कर दिया।
गौर रहे कि अभी तक केवल गांव वालों ने ही अपना पक्ष रखा था, जिसके बाद बाबा अमर देव पर ही उंगलियां उठने लगी थी और बाबा पर आरोप लगाए गए कि उन्होंने मंदिर में आई महिला पर हमला किया था। घटना में घायल हुई 52 वर्षीय शांति देवी का कहना है कि वह मंदिर में पूजा करने गई थी, जहां किसी बात पर बहस हो गई और बाबा ने तेजधार हथियार से वार कर घायल कर दिया, लेकिन हकीकत में ये मामला करोड़ों की संपत्ति को लेकर उस पर कब्जा करने है। बहरहाल, पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। गौर रहे कि रामलोक मंदिर के संचालक बाबा अमरदेव के खिलाफ पांच गांवों के लोग एकजुट हो गए हो कर गुरुवार को डीसी आफिस पहुंचे थे और बाबा के खिलाफ प्रदर्शन किया था। इस दौरान ग्रामीणों ने कार्यकारी उपायुक्त संदीप नेगी को ज्ञापन सौंपा और बाबा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही थी। विवाद के बाद लोगों ने जिला प्रशासन दो टूक चेताया है कि अगर बाबा के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो दो मई को कंड़ाघाट-चायल मार्ग पर उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।