जिला सिरमौर में अब रात को भी नहीं हो पाएगी अवैध माइनिंग, छापामारी का प्लान तैयार

लाइव सोल्डर कैमरा से सुसज्जित होगा माइनिंग स्टाफ, अटेकर होंगे कंट्रोल रूम में रिकॉर्ड

जिला सिरमौर में खनन विभाग अवैध माइनिंग पर शिकंजा सख्त करने जा रहा है। रात को होने वाली अधिकतर अवैध माइनिंग को लेकर विभाग ने नाइट रिपोर्टिंग की विशेष योजना को तैयार कर लिया है।योजना की रूपरेखा को लेकर जिला खनन अधिकारी कुलभूषण शर्मा की अध्यक्षता में विभाग के अधिकारियों के साथ विशेष बैठक भी रखी गई।

बैठक में जिला के माइनिंग इंस्पेक्टर, माइनिंग गार्ड सहित माइनिंग स्टाफ मौजूद रहा। असल में विभाग के पास जिला के बहुत सारे क्षेत्र से अवैध माइनिंग को लेकर प्रतिदिन 10 से 12 शिकायतें आ रही थी। जिसमें अधिकतर शिकायतें रात को अवैध माइनिंग की आ रही थी। विभाग के पास सबसे बड़ी समस्या मौजूदा समय स्टाफ को लेकर भी है।

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जबकि रिवर बेड माइनिंग एरिया तीन राज्यों की सीमा से सटा हुआ है। इसके अलावा खनन विभाग के पास 90 खनन पट्टे, 37 स्टोन क्रशर तथा 18 लाइन स्टोन माइन कार्यरत है। इन सब की एवज में विभाग के पास चार माइनिंग इंस्पेक्टर, आठ माइनिंग गार्ड यानी कुल 12 लोगों के सहारे पूरा जिला चल रहा है।

बावजूद बैठक में जिला खनन अधिकारी ने नाइट रिपोर्टिंग के भी आदेश जारी किए हैं। साथ ही उन्होंने टीम को सारे खनन पट्टों का निरीक्षण करने तथा कहीं भी चल रही अवैध माइनिंग पर तुरंत कार्यवाही अमल में लाने के भी निर्देश दिए हैं। वहीं स्टाफ की सुरक्षा को लेकर विभाग जल्द ही शोल्डर कैमरे अलॉट करेगा।

शिकायत स्थल तथा अवैध माइनिंग स्पॉट पर निरीक्षण के दौरान यह कैमरे कंट्रोल रूम से लाइव जुड़े रहेंगे।असल में रात को कार्यवाही अमल में लाने के दौरान विभाग को कई बार पुलिस का सहयोग नहीं मिल पाता है ऐसे में उनकी जान पर भी जोखिम बना रहता है। जबकि दिन के समय कार्यवाही करते हुए विभाग टीम बनाकर काम करता है।

विभाग के पास 10 से अधिक स्टाफ का टोटा चला हुआ है। बावजूद इसके विभाग योजना बाद तरीके से आधुनिक तकनीक का सहारा लेते हुए अवैध खनन पर लगाम लगाने की तैयारी कर रहा है। बता दें कि जिला सिरमौर माइनिंग विभाग के द्वारा बीटेक फाइनेंशियल ईयर में खनन गतिविधियों से 25 करोड़ की रॉयल्टी जुटा गई थी जबकि इस वर्ष 30 करोड़ का टारगेट विभाग लेकर चला हुआ है।

यदि अवध मीनिंग पर कार्यवाही की बात की जाए तो दर्जनों मामले कोर्ट में लंबित हैं जबकि मौके पर निपटाए गए मामलों से करीब 10 से 12 लाख रुपए का जुर्माना भी वसूला जा चुका है। विभाग के द्वारा बुधवार को आयोजित ही इस बैठक में तमाम माइनिंग निरीक्षक तथा सभी माइनिंग गार्ड उपस्थित रहे।वहीं जिला खनन अधिकारी कुलभूषण शर्मा ने बताया कि अवेध माइनिंग किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने बताया कि रात को निरीक्षण टीम कैसे कार्य करेगी इसको लेकर योजना बनाई गई है।

 

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