कोल्डड्रिंक कारोबारी ने स्कूटर, बाइक व मोपेड पर दिल्ली ढोया कोल्डड्रिंक, संपत्ति अटैच।
पांवटा साहिब के कोल्डड्रिंक कारोबारी ने आबकारी व कराधान विभाग को वैट का चूना लगाने के लिए गजब तरीका अपनाया। विभाग भी इस तरीके को देखकर दंग हो गया है। कारोबारी पर 2 करोड़ 10 लाख का जुुर्माना ठोक दिया गया है। साथ ही बैंक खातों को सीज कर दिया गया है। इसके अलावा कारोबारी की शहर में आलीशान मकान समेत जमीन को अटैच कर दिया गया है। यह अलग बात है कि विभाग की कार्रवाई से पहले कारोबारी ने बैंक खातों से रकम को निकलवा लिया है। अटैच की गई संपत्ति की कीमत 3 करोड़ के आसपास आंकी गई है। इस हैरतअंगेज मामले को आबकारी व कराधान विभाग के परवाणु सहित उडऩदस्ते के कार्यालय ने पकडऩे में सफलता हासिल की है। बताया यह भी जा रहा है कि कोल्डड्रिंक का कारोबारी काफी प्रभावशाली है, जिसने सरकार के कई नुमाइंदों से दबाव भी डलवाया। उधर आबकारी व कराधान विभाग के उप आबकारी व कराधान आयुक्त डॉ. सुनील कुमार ने पुष्टि करते हुए कहा कि जुर्माना वसूली को लेकर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि बैंक खातों को सीज करने के अलावा कारोबारी की संपत्तियों को अटैच कर दिया गया है।
क्या था मॉडस ऑफ ऑपरेंडी..
प्रदेश में कोल्डड्रिंक की बिक्री पर 13.75 प्रतिशत वैट है। कारोबारी ने अपनी बिक्री दिल्ली में दिखाकर मात्र दो प्रतिशत इंटरस्टेट टैक्स दिया। 11.75 प्रतिशत टैक्स का चूना करीब तीन साल से लगाया जाता रहा।
चूना लगाने के मकसद से जिन वाहनों के नंबर दर्शाए गए, वह जांच के दौरान स्कूटर, मोपेड व मोटर साइकिल के पाए गए। विभाग को यह समझ नहीं आया कि दोपहिया वाहनों पर कोल्डड्रिंक के 600 से 650 के्रट कैसे भेजे जा सकते हैं।
कैसे गया कारोबारी पकड़ा..
विभाग को कारोबारी के इस गोरखधंधे की शिकायत मिली। जांच शुरू कर दी गई। कोल्डड्रिंक का उत्पादन पानीपत प्लांट में हो रहा था। पांवटा साहिब से दिल्ली में जिन डीलर्स को सप्लाई दिखाई गई थी, ऐसा कोई भी डीलर मौजूद नहीं पाया गया। विभाग यह भी बखूबी समझ गया कि 600 से 650 के्रट दोपहिया वाहनों पर नहीं ढोए जा सकते। सनद रहे कि इंटरस्टेट व्यापार की रिर्टन में कारोबारी द्वारा तीन वाहनों से माल को दिल्ली भेजा गया, के नंबर भी दर्शाए गए थे। विभाग को चौंकाने वाली बात यह भी थी कि दिल्ली का व्यापारी कोल्डड्रिंक की सप्लाई पांवटा साहिब से क्यों लेगा। यदि पानीपत से कोल्डड्रिंक की सप्लाई पहले जीरकपुर, फिर पांवटा साहिब से दिल्ली पहुंचती है तो तीन बार सीएसटी का भुगतान होगा। दीगर बात यह भी है कि पांवटा साहिब के कारोबारी ने अपने कोल्डड्रिंक की खरीद जीरकपुर से दिखाई थी। सी-फार्म में भी गड़बड़ी पाई गई। दिल्ली में मिनरल वाटर पर 12.5 प्रतिशत टैक्स है, जबकि कोल्डड्रिंक पर 20 प्रतिशत तक का टैक्स वसूला जाता है। दिल्ली के डीलर को इस तरह से टैक्स का भुगतान करना होता।
सूत्रों के हिसाब से बाई पास का एक कारोबारी है |