दिल्ली का रहने वाला ऑनलाइन ठग काबू कर लिया गया है। तीन साल बाद सिरमौर टीम के पीओ सैल को यह सफलता मिली है। दिल्ली पुलिस के कई मामलों में भी गिरफ्तार चरण सिंह वांछित था। दबोचने के लिए पीओ व साइबर सैल ने संयुक्त प्लानिंग की थी। एक मर्तबा पुलिस चरण सिंह को गिरफ्तार करने में सफल होते-होते रह गई थी।
दरअसल पीओ सैल ने चरण सिंह की पत्नी की मोबाइल की सीडीआर फाइल को गोपनीय तरीके से खंगाला। इसी के आधार पर आरोपी के ठिकानों का सुराग मिल गया। भगौड़े के खिलाफ नाहन पुलिस ने 420 का मुकदमा 2014 में दर्ज किया था। एसपी रोहित मालपानी ने पुष्टि करते हुए कहा कि करीब दो महीने में आधा दर्जन से ज्यादा भगौड़े गिरफ्तार कर लिए गए हैं। उन्होंने पीओ सैल की ऑनलाइन ठग को गिरफ्तार करने पर प्रशंसा भी की है।
क्या है मामला..
नाहन के गुन्नुघाट के रहने वाले सुरेश कुमार कमल वुवन बैगस बनाने की मशीन खरीदना चाहते थे। इसके लिए ऑनलाइन सर्च किया तो दिल्ली की एक कंपनी मिल गई। फोन करने पर पहले अशोक कुमार पुत्र चरण सिंह से बात हुई। यानि आरोपी का बेटा ही इस फर्जी कंपनी को ऑनलाइन चला रहा था। इसके बाद तय हुआ कि तीन मशीनों की कीमत 1 लाख 78,500 होगी।
सौदा तय होने पर 3 अक्तूबर 2013 को सुरेश कुमार ने आईसीआईसीआई बैंक के खाते में सवा लाख की राशि ट्रांसफर कर दी। इसके बाद ई-मेल से रसीद भी भेज दी गई। लेकिन कुछ समय बीत जाने के बाद रिस्पांस बंद हो गया। खुद शिकायतकर्ता ने दिल्ली जाकर कंपनी का दफ्तर ढूंढना शुरू किया तब पता चला कि जो पता दिया गया है, वह घर का है। इसके बाद 5 अप्रैल 2014 को ऑनलाइन धोखाधड़ी का मामला नाहन में दर्ज हुआ।