(जसवीर सिंह हंस ) फरार चल रहे मुख्य आरोपी परविंद्र सिंह को अदालत से अग्रिम जमानत मिल गई थी । परविंद्र सोमवार तक अग्रिम जमानत लेने में कामयाब हो गया था । वही सूत्रों के मुताबिक अन्य तीन आरोपी भी कोर्ट से जमानत लेने की फ़िराक में है | इससे स्थानीय पुलिस पर सवाल उठने लग गये है कि कही समाज सेवा के रूप में जो सम्बन्ध पुलिस व प्रशासन के साथ आरोपियों के रहे है उसके इनाम के रूप में दोषी कही बचकर न निकल जाये |
वही कुछ समाजसेवी व राजनेता भी अन्दर खाते इनकी मदद में लगे हुए है परन्तु जनता में आरोपियों के प्रति आक्रोश है | वही कोटखाई वाले गुडिया कांड में शोर मचाने वाले व धरने पर्दर्शन करने वाले छुप कर बैठ गये है लोगो का कहना है कि कही ये मामला भी गुडिया मामले की तरह न दब जाये व राजनितिक रूप में सता पक्ष व विपक्ष कही नजर नहीं आ रहा है व विपक्ष की भूमिका भी सन्दिग्ध लग रही है | हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगड़ने की बात कहने वाले अब कही दिख नहीं रहे है यही कांड यदि चुनाव से पहले हो जाता तो खासकर पांवटा साहिब के चुनाव का नतीजा एकतरफा होता |
गौर हो कि एक सप्ताह पहले एक रिक्शा चालक का पहले अपहरण किया गया। उसके बाद कुकर्म और बेरहमी के साथ पिटाई की गई थी। इसके बाद रिक्शा चालक को बद्रीपुर में फैंक दिया गया था। इस दौरान सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस ने प्राप्त कर ली थी। इस मामले में यूथ ब्रिगेड के चेयरमैन आरोपी परविंद्र सिंह, शेरा, राजा, टोनी एक सप्ताह से फरार चल रहे थे और पांवटा पुलिस की टीमें पंजाब की खाक छान रही थी, लेकिन शुक्रवार को जिला न्यायालय में मुख्य आरोपी परविंद्र सिंह की अग्रिम जमानत याचिका सोमवार तक मंजूर कर ली थी ।