(जसवीर सिंह हंस ) आदि बद्री में आयोजित हो रहे पांच दिवसीय अंतराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव 2018 के शुभारम्भ अवसर पर हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल ने कहा कि आदि ब्रदी स्थल उत्तर भारत का एक पुरातन एवं धार्मिक आस्था का केन्द्र है। उन्होंने कहा कि हिमाचल, हरियाणा और पड़ोसी राज्यों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल और हरियाणा सरकार के सांझा प्रयासों से इस क्षेत्र में पर्यटन और रोजगार के साधनों को सृजित किया जाएगा।
डा. राजीव बिंदल ने कहा कि आदि बद्री में निर्मित होने वाले डैम की तर्ज पर नाहन के समीप मारकंडा के उदगम स्थल पर भी एक डैम का निर्माण किया जाना चाहिए। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी से अनुरोध किया कि इस बात का ध्यान रखा जाए कि आदि ब्रदी में बनने वाले डैम से हिमाचल क्षेत्र के मात्तर भेड़ों के लोगों का नुकसान न हो। उन्होंने कहा कि डैम से मात्तर भेड़ों के लिए सिंचाई और पेयजल की सुविधा भी दी जानी चाहिए। डा. बिंदल ने कहा कि मातरा मंदिर के लिए हिमाचल वाले क्षेत्र के रास्ते को पक्का किया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को लाभ हो सके। उन्होंने डैम स्थल का निरीक्षण भी किया।
केन्द्रीय सड़क, परिवहन एवं जहाज रानी मंत्री श्री नितिन गडकरी ने इस अवसर पर कहा कि इस क्षेत्र के पर्यटन की दृष्टि से विकसित होने पर हिमाचल और हरियाणा के लोगों को बराबर लाभ होगा। उन्होंने कहा कि सरस्वती नदी के जल प्रबन्धन और जलधारा के पुनः प्रवाह के लिए धन की कमी आड़े नहीं आनी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन हिमाचल वासियों की भूमि डैम स्थल में आएगी उन्हें उचित मुआवजा देने के साथ उनका पुनर्वास सुनिश्चित बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरस्वती की जलधारा को पुनः आरम्भ करने के लिए केन्द्रीय भू-जल बोर्ड को कार्य आवंटित किया गया है।इस मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खटटर, हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री कंवर पाल व अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।