(नीना गौतम ) समूची कुल्लू व लाहुल-स्पीति घाटी इस समय प्रचंड ठंड की जकड़ में हैं। गत शनिवार से बिगड़े मौसम के मिजाज ने सोमवार व मंगलवार को लगातार हो रही बारिश व बर्फबारी से समूचा हिमाचलकूल-कूल हो गया है। खास कर इस बारिश व बर्फबारी ने कुल्लू केकिसानों-बागबानों के चेहरे पर रौनक ला दी है। बर्फबारी से नगदी फसलों और फलदार पेड़-पौधों को संजीवनी मिल गई है। जनवरी की बारिश व बर्फबारी ने कुल्लू घाटी को अब पूरी तरह से सर्दी ने जकड़ लिया है। वहीं, घाटी की गगनचुंबी पहाडिय़ों ने सफेद चांदी से अपना मेकअप कर लिया है। जिस कारण घाटी में प्रचंड ठंड का प्रकोप काफी बढ़ चुका है।
सर्दी के प्रभाव से घाटी के बूढ़े बजुर्ग भी अब हडियों में कंपकंपी शुरू हो गई। तापमान काफी निचे लुढ़ चुका है वर्षा होने से जहां ठंड के कारण घाटी के लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त है वहीं किसानों व बागबानों के चेहरे खिल उठे हैं द्य भारी वर्षा व बर्फबारी सेब, पालम, खुमानी व जपानी आदि फलों के लिए संजीवनी का काम करेगी जिससे आने वाली फलों की बंपर फसल होने की पूरी उम्मीद है। दिन भर बादलों ने सूर्य देव को अपनी गिरफ्त में ले रखा है। मंगलवार को कुल्लू घाटी में भारी बारिश व बर्फबारी के कारण मार्किट सुनसान दिखी, लोग ठंड की बजह से घरों में ही दुबके रहे। वहीं, दुकानदार दिन भर ठंड से बचने के लिए हीटर व आग सेंकते नजर आए।












