सिरमौर जिला में हैलीकॉप्टर के उतरने के लिए उपयुक्त स्थलों का चयन एयरफोर्स की अनुशंसा के अनुसार शीघ्र ही किया जाएगा ताकि जिला में किसी भी प्रकार की आपदा स्थिति से निपटने के लिए हेलीकॉप्टर का उपयोग किया जा सके । इस संबध में उपायुक्त सिरमौर श्री ललित जैन द्वारा गत दिवस दिल्ली में वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की गई ।
उपायुक्त ने आज यहां जानकारी दी कि वायुसेना के अधिकारियों द्वारा शीघ्र ही सिरमौर जिला के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करके हेलीकॉप्टर के उतरने के उपयुक्त स्थलों का चयन किया जाएगा । उन्होने कहा कि सिरमौर में चयनित किए गए हेलीपेडों के अतिरिक्त जिला के शिक्षण संस्थानों के खेल मैदान और अन्य स्टेडियम इत्यादि को सूचीबद्ध किया जाएगा ताकि इन हेलीपेडों का उपयोग आपदा के समय किया जा सके ।
उन्होने बताया कि वायुसेना के अधिकारियों द्वारा उनके सुझावों पर गहनता से विचार किया गया और शीघ्र ही ट्रॉयल लेंडिग करवाने बारे आश्वासन दिया गया । उन्होने कहा कि आपदा का कोई समय नहीं होता और आपदा से निपटने के लिए फूलप्रूफ प्रबंध किया जाना अनिवार्य है । उन्होने कहा कि सिरमौर जिला की भौलोगिक स्थिति काफी कठिन है और कठिन क्षेत्रों में प्राकृतिक आपदा के दौरान राहत कार्य संचालन करना मुश्किल होता है । उन्होने कहा कि आपदा प्रबंधन को फाईलों तक सिमित न रखकर इसे व्यवहारिक बनाया जाएगा ताकि प्राकृतिक आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्य निर्विध्न संचालित किए जा सके ।
उपायुक्त ने जानकारी दी कि लोक निर्माण विभाग तथा राष्ट्रीय उच्च मार्ग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि जिला में चयनित सभी ब्लैक स्पॉट को समयबद्ध ठीक कर दें । इसके अतिरिक्त भू-स्खलन वाले क्षेत्रों की भी बरसात से पहले बेहतर मुरम्मत की जाए ताकि भारी बरसात के दौरान लोगों को कोई परेशानी न हो । उन्होने बताया कि सभी विभागों को भी निर्देश जारी कर दिए गए है प्राकृतिक आपदा के दौरान उपलब्ध सयंत्र, वाहन तथा अन्य आवश्यक सामान तैयार रखे ताकि आपदा के दौरान उनका उपयोग किया जा सके ।