आर्किटेक्चर्स पर उनकी रजिस्ट्रेशन कैंसिल की तलवार लटक गई है। स्टेट टाउन प्लानर ने नियमों का उल्लंघन करने वाले आर्किटेक्चर से पूछा है कि क्यों ना उनके रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर दिया जाए।
स्टेट टाउन प्लानर अधिकारी ने पांवटा साहिब के एक दर्जन से अधिक आर्किटेक्चर की आईडी को ब्लॉक कर दिया है वह फिलहाल काम नहीं कर पाएंगे। दरअसल इन आर्किटेक्चर ने HPTCP वेबसाइट पर रिजेक्ट किए गए प्लाटिंग प्रोजेक्ट को अपने निजी स्वार्थ के लिए सेल्फ अप्रूवल दे दी जबकि ये प्लाटिंग प्रोजेक्ट नियमों व प्रावधानों को पूरा नहीं कर रहे थे।
जैसे ही इस पूरे गोरख धंधे की जानकारी हिमाचल प्रदेश रेरा को लगी तो उन्होंने 100 के करीब ऐसे प्लाटिंग प्रोजेक्ट पर ऑब्जेक्शन लगाकर स्टेट टाउन प्लानर को इस पूरे गोरख धंधे के बारे में बताया है। स्टेट टाउन प्लानर ने तुरंत नोटिस जारी करते हुए उन सभी आर्किटेक्चर की आईडी को ब्लॉक करवा दिया और एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है कि क्यों ना उन आर्किटेक्चर की रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर दी जाए जिन्होंने नियमों को पूरा न करने वाले प्रोजेक्ट को सेल्फ अप्रूविंग दी है।
हिमाचल प्रदेश Real Estate Regulatory Authority (रेरा) के उलंघन के बाद रेरा के चेयरमैन द्वारा स्टेट टाउन प्लानर को पत्र लिखकर इस धोखाधड़ी से अवगत करवाया। जिसके बाद स्टेट टाउन प्लानर ने ऐसे सभी आर्किटेक्चर की आईडी को बंद कर दिया जिन्होंने नियम और प्रावधानों को तात्पर रखकर प्लाटिंग प्रोजेक्ट को सेल्फ अप्रूवल दी थी। पांवटा साहिब में एक दर्जन से अधिक आर्किटेक्चर की न केवल आईडी बंद कर दी है बल्कि उनके रजिस्ट्रेशन कैंसिल करने के नोटिस भी निकाले हैं दरअसल इन आर्किटेक्चर्स ने नियमों का उल्लंघन करते हुए बिना रेरा में प्लॉटों के नक्शे अप्रूव करवाएं खुद ही नक्शों को अप्रूव कर दिया।
क्यों है रेरा की अप्रूवल महत्वपूर्ण
रियल एस्टेट विनियामक प्राधिकरण (रेरा) हिमाचल प्रदेश घर का सपना देखने वाले और खरीदने वालों के लिए विशेष तौर पर उन्हें धोखाधड़ी से बचाता है लोगों की खून पसीने की कमाई को भू माफिया के सीधे हाथ में न जाए उसके लिए भी काम करता है ताकि आम आदमी की खून पसीने की कमाई जमीन या किसी प्लाटिंग प्रोजेक्ट के नाम पर लूट-खसोट न ली जाए।
वही पावटा साहिब में 100 के करीब ऐसे सभी प्लाटों को अनऑथराइज्ड करार दिया गया है जिनको रेरा से अप्रूव नहीं करवाया गया है पांवटा साहिब में 100 के करीब ऐसे प्लॉट बिना रेरा रजिस्ट्रेशन के भू माफिया द्वारा बेच दिए गए और अब उनके नक्शे पास नहीं हो रहे हैं।
टीसीपी की नाक तले हुआ नियमों का उल्लंघन…
दरअसल पांवटा साहिब एक दर्जन से अधिक आर्किटेक्चर को टीसीपी द्वारा 500 स्क्वायर मीटर तक प्लाटिंग प्रोजेक्ट को सेल्फ अप्रूवल पास करने की शक्तियां प्रदान की गई थी इस दौरान आर्किटेक्चर ने बिना रेरा अप्रूवल के सीधे नक्शे पास कर दिए। नियम से यह होना चाहिए था कि टीसीपी से प्लाटिंग पास करवाने के बाद रेरा को अप्रूवल के लिए भेजा जाना चाहिए था लेकिन आर्किटेक्चर्स ने शक्तियों का गलत उपयोग करते 100 के करीब ऐसे प्रोजेक्ट है जिन्हें दे र नियमों का उल्लंघन करते हुए सेल्फ अप्रूवल दी है और यह प्लॉट अब आगे बेच भी दिए हैं अब जिन्होंने यह प्लॉट खरीदे हैं वह नशे के लिए धक्के खा रहे हैं और उनके नशे भी पास नहीं हो रहे हैं।
भू-माफिया निगल रहा लोगों के घरों के सपने…
पांवटा साहिब टीसीपी एरिया में सैकड़ो लोग घर का सपना लिए प्लॉट खरीदे रहे हैं पांवटा साहिब के भू-माफिया महंगे दामों पर लोगों को यह प्लॉट धोखे से बेच रहे हैं । दरअसल पांवटा साहिब में भू-माफिया किसानों से जीपीए या शपथ पत्र के माध्यम से जमीनों पर कब्जा लेकर, आर्किटेक्चर और टीसीपी अधिकारियों से मिलकर प्लाटिंग नक्शे पास करवा रहे हैं और यह सब बिना रेरा में अप्रूवल के किया जा रहा है अपने घर का सपना लिए लोग बिना यह जांच किया कि यह प्लॉट रेरा से एप्रूव्ड है या नहीं प्लॉट खरीद रहे हैं यही गलती उनको बाद में भारी पड़ रही है।
वहीं दूसरी और पांवटा साहिब में MC एरिया में भी बिना रेरा से प्लाटिंग अप्रूवल करवाए नक्शे पास किये जा रहे हैं इन नक्शों में मौके पर ना तो रास्तों के लिए उतनी जगह छोड़ी जा रही है जितनी दिखाई जाती है और ना ही अन्य कई तरह की सुविधा लोगों को प्लाटिंग उपरांत मिल पा रही हैं।
बिना रेरा परमिशन नहीं होनी चाहिए थी जमीनों की रजिस्ट्री…
वहीं दूसरी और जानकार बताते हैं कि भू माफिया द्वारा पांवटा साहिब में प्लाटिंग के नाम पर जो लोगों की रजिस्ट्रीयां करवाई है वह भी नहीं की जानी चाहिए थी दरअसल इस तरह की प्लाटिंग प्रोजेक्ट उपरांत रेरा की अप्रूवल जरूरी होती है लेकिन पांवटा साहिब में सक्रिय भू माफिया द्वारा मिली भगत कर बिना रेरा अप्रूवल के ही प्लाटों की रजिस्ट्री भी करवाई गई है और उन्हें बेच भी दिया गया है।
वही इस बारे में जिला टीसीपी अधिकारी सानिका पठानिया ने बताया कि एक दर्जन के करीब आर्किटेक्चर की आईडी ब्लॉक की गई है रेरा के नोटिस के बाद यह कार्रवाई अमल में लाई गई है फिलहाल आर्किटेक्चर ने अपना पक्ष रेरा को भेजा है उच्च अधिकारी इस मामले में जो भी निर्णय लेंगे उस हिसाब से आगे कार्रवाई की जाएगी।