( जसवीर सिंह हंस ) पांवटा साहिब में चोरी के मामले न दर्ज होने पर हिमाचल पुलिस के डीजीपी एसआर मरडी ने कहा कि सख्त निर्देश दिए गये है कि चोरी के छोटे बड़े सभी मामले दर्ज किये जाये कुछ चोरियों के मामले दर्ज न होने पर पर उन्होंने एस पी को मामले कि जाँच को बोला | वही नशे से बढ़ रही मौतों पर डीजीपी बोले कि नशे से हो रही मौतों का कारण इंजेक्शन व अन्य नशे है जल्द हि इनपर लगाम लगायी जाएगी | डीजीपी होने के नाते मैं पांवटा साहिब में पुलिस जिला बनाने के पक्ष में हूं। यह बात बुधवार को नाहन पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए हिमाचल पुलिस के डीजीपी एसआर मरडी ने कही। डीजीपी ने कहा कि अगर सरकार चाहेगी तो पांवटा साहिब को भी बद्दी की तरह पुलिस जिला बनाया जा सकता है।
प्रदेश के पुलिस थानो का औचक निरीक्षण का मुख्य उदेश्य यह है कि पुलिस मुख्यालय से दिये गये आदेश क्या एसएचओ स्तर तक पंहुचे है या नहीं। एसएसओ को अपने क्षेत्र के क्राईम की कितनी जानकरी है, किसी बडी आपधारिक घटना से निपटने के लिए एसएचओ हर समय कितना तैयार है |
डीजीपी ने कहा कि प्रदेश के सिरमौर जिला में पिछले सालों की तुलना में क्राइम का ग्राफ नीचे आया है। सिरमौर पुलिस ने खासकर ट्रैफिक के क्षेत्र में बेहतर कार्य किए हैं। उन्होंने बताया कि जिला में पिछले साल जहां ड्रंकन ड्राईविंग के 24 मामले आए थे, वही अभी तक 1393 के चालान किये जा चुके है। वही जिला में गत वर्ष 16,360 चालान किये थे, इस साल अभी तक यह आंकड़ा दोगुना होकर 32,494 पर पहुंच गया है। ड्रंकन ड्राईविंग के चालान वाले 178 लोगों कों एक दिन के लिए जेल की हवा भी खानी पड़ी। तीन लोगों को सात दिन के लिए जेल भेजा गया है।
इससे इंटरस्टेट क्राइम पर रोक लगेगी। पत्रकारों से बातचीत करते हुए डीजीपी ने ने कहा कि सिरमौर पुलिस अधीक्षक रोहित मालपानी ने एनडीपीएस के मामलों में शानदार कार्य किए हैं। पिछले छह माह में पुलिस प्रदेश में तीन क्विंटल चरस व 6 किलो हेरोइन बरामद की गई। इसके अलावा नाईजीरियन ड्रग रैकेट को पकडऩे में भी हिमाचल पुलिस का कार्य बेहतरीन रहा है। मर्डर मामलों में भी साथ के साथ अभियुक्त पकड़े गए।
मरडी ने बताया कि वह आजकल विभिन्न जिलों में जाकर अकस्मात निरीक्षण कर रहे हैं। पिछली रात उन्होंने बिना किसी नोटिस के सराहां व नाहन थाना का निरीक्षण किया। इससे पहले वह सोलन जिला में निरीक्षण कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि दोनों थानों में निरीक्षण के बाद सभी रिपोर्ट सही पाई गई। उन्होंने बताया कि हर जिला में पब्लिक को साथ जोडने के लिए नशा निवारण समिति बनाई गई है। इन कमेटियों में किसी को भी पद से नहीं नवाजा गया है। यह इसलिए किया गया है, ताकि आम आदमी की भागीदारी से बढ़ते नशे पर अंकुश लग सके।
उन्होंने प्रदेश में यातायात नियंत्रण के क्षेत्र में अभी ओर सुधार करने की गुंजाइश की है। साथ ही कहा कि पांवटा साहिब, कालाअंब, कांगड़ा में डमटाल, स्वारघाट आदि पुलिस नाकों के साथ हाई रैजुलेशन कैमरे लगाए गए हैं। इससे भी आपराधिक वारदातों पर अंकुश लगा है। हरिपुरधार में चौकी खोलने के मामले में उन्होंने बताया कि इसके लिए एसपी सिरमौर ने प्रपोजल भेजा है। चूड़धार के बेस कैंप नौहराधार में पुलिस फोर्स उपलब्ध करवाने के बारे में उन्होंने विचार करने की बात कही। इस दौरान एसपी सिरमौर रोहित मालपानी, छठी आईआरबी बटालियन के कमांडेंट अजय शर्मा व डीएसपी प्रतिभा चौहान भी मौजूद रहे।