हिमाचल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के बाद जिला सिरमौर में पंचायती राज संस्थाओं पर कांग्रेस का तख्तापलट करते हुए भाजपा की पच्छाद बीडीसी अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पर कब्जा करने की कोशिश नाकाम रही। बुधवार को तहसीलदार पच्छाद की अध्यक्षता में हुये पच्छाद बीडीसी अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव में भाजपा को करारा झटका लगा।
15 सदस्यीय बीडीसी में कांग्रेस को 8 व भाजपा के उम्मीदवारों को एक बार हुई क्रॉस वोटिंग के चलते 7 मत मिले। जिसके चलते भाजपा की पच्छाद बीडीसी पर कब्जा करने को कोशिश पर पानी फिर गया। विदित रहे कि पच्छाद बीडीसी के भाजपा समॢथत सदस्यों ने 6 सितंबर को बीडीसी अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था। जिसे नाहन में जिला पंचायत अधिकारी को सौंपा गया था। उसके बाद जिला पंचायत अधिकारी ने 15 सितंबर की तिथि विश्वास मत हासिल करने के लिए निर्धारित की थी।
15 सितंबर को हुई क्रॉस वोटिंग के चलते कांग्रेस समर्थित बीडीसी अध्यक्ष उषा तोमर व उपाध्यक्ष खुशीराम अपने पक्ष में बहुमत साबित नहीं कर पाये थे। जिसके चलते जिला पंचायत अधिकारी ने उन्हें पद से हटा दिया गया था। उसके बाद उपायुक्त सिरमौर ने 3 अक्टूबर को नये अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव के लिए तिथि घोषित की थी।
पच्छाद बीडीसी में कुल 15 सदस्य हैं, जिनमें से बुधवार को 8 सदस्यों ने कांग्रेस के पक्ष व 7 ने भाजपा के पक्ष में वोट किया। जिसके चलते कांग्रेस के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष एक बार फिर से पद काबिज हो गये। पच्छाद बीडीसी अध्यक्ष पद पर बाग पशोग वार्ड की उषा तोमर व उपाध्यक्ष पर मानगढ़ वार्ड के खुशी राम चुने गये। भाजपा की ओर से अध्यक्ष पद के लिए काटली वार्ड की कमलेश कुमारी व उपाध्यक्ष पद के लिए राजेश शर्मा ने नामाकंन किया था। उधर तहसीलदार पच्छाद गुरमीत नेगी ने पुष्टि करते हुये बताया कि पच्छाद बीडीसी अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए बुधवार को हुये चुनाव में एक फिर उषा तोमर व खुशीराम को अध्यक्ष या उपाध्यक्ष चुन लिया गया।
क्या कहते है भाजपा -कांग्रेस के पदाधिकारी : पुर्व विधानसभा अध्यक्ष जीआर ने कहा कि भाजपा की बीडीसी पच्छाद पर कांग्रेस के सदस्यों को डरा धमका कर कब्जे की कोशिश असफल रही है। भाजपा का चेहरा जनता के सामने आ रहा है। जिसका परिणाम लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा। पच्छाद क्षेत्र से भाजपा विधायक सुरेश कश्यप ने कहा कि चुनाव परिणाम स्वीकार है, सदस्यों ने अपने राय से चुनाव में वोटिंग की है।