सिरमौर जिला की सबसे ऊंची चूड़धार चोटी पर 4 फुट ताजा हिमपात , बर्फबारी के कारण कई मार्ग अवरुद्ध

 

सिरमौर जिले की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार में पिछले तीन दिनो में 4 फुट बर्फ गिर चुकी है। भारी बर्फबारी के कारण वहां पर विधुत आपूर्ति ठप हो गई है। चूड़धार में पानी की सभी लाइने एक महीने पहले ही जाम हो चुकी हैं। शिरगुल मंदिर के पुजारी कमलानन्द महाराज द्वारा बर्फ को पिघला कर ही पानी को खाना बनाने व पीने के इस्तेमाल किया जा रहा है। मौसम विभाग द्वारा हिमाचल के पर्वतीय क्षेत्रों में भारी हिमपात का यलो अलर्ट जारी किया गया है। इसी कड़ी में सिरमौर जिला के ऊपरी क्षेत्रों नोहराधार, हरिपुरधार व चूड़धार क्षेत्र में लगातार चार दिनों से बर्फबारी व बारिश का दौर जारी रहा। जहां नोहराधार व हरिपुरधार क्षेत्र में रुककर बर्फबारी हुई हैं। वहीं निचले क्षेत्रों में बारिश का सिलसिला जारी रहा। नोहराधार के साथ लगते क्षेत्र चाबधार, जौ का बाग, जमनाला आदि में जहां एक फुट इंच ताजा हिमपात हुआ वहीं नोहराधार के आसपास 4 इंच हिमपात हुआ। इसी तरह हरिपुरधार में भी 6 इंच तक हिमपात हुआ। जब कि हरिपुरधार के खड़ाह क्षेत्र में एक फुट के करीब बर्फ जमने के कारण कुपवी मार्ग दिनभर यातायात के लिए ठप रहा। वहीं थियानबाग के पास बर्फ जमने से नाहन से आने जाने वाले वाहनों के पहिये जाम रहे। हालांकि बर्फ हटाने के लिए विभाग द्वारा तीन मशीनें लगी है मगर बार बार हो रही बर्फबारी के चलते कार्य करने में लोक निर्माण विभाग को काफी मुश्किलें हुई। बर्फ पर स्किड होने के कारण नोहराधार हरिपुरधार मार्ग के सासकिल के समीप कई छोटी बड़ी गाड़ियां फसी रही। वहां पर जाम के चलते गाड़ियां फसी रही। जिससे कई घण्टे मार्ग अवरुद्ध रहा। खराब मौसम के बावजूद दर्जनों यात्रियों को बर्फ के बीच पैदल चलकर अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ा। सुबह करीब 8 बजे लोक निर्माण विभाग की जेसीबी मशीनें बर्फ हटाने के लिए मौके पर पहुंची। बर्फबारी के चलते क्षेत्र के सैकड़ो गांव में करीब 7 घंटे तक विधुत आपूर्ति ठप रही। रविवार को दिनभर बिजली की आंख मिचौली का सिलसिला रहा। जिसके कारण क्षेत्र के हजारों लोगो को भारी दिक्कतो का सामना करना पड़ा।

 

बारिश व बर्फबारी से सोलन- मीनस मार्ग वाया नोहराधार, नाहन – हरिपुरधार मार्ग, कुपवी – हरिपुरधार मार्ग शनिवार सुबह 7 बजे के बाद बंद हुए। यह मार्ग खबर लिखे जाने तक अवरुद्ध रहे। खराब मौसम के चलते कई रूटो पर सरकारी व निजी बसे नही पहुंच पाई। नाहन से चलने वाली बसे अंधेरी से ही वापस चली गई। वहीं शिलाई से वाया नोहराधार आने वाली बसे भी अपने निर्धारित समय पर अपने गंतव्य तक नही पहुंच पाई।

उधर एक्सईएन संगड़ाह आरके शर्मा ने बताया कि सुबह से हो रही बर्फबारी के चलते 5 मुख्य मार्ग बंद हुए है। बर्फ हटाने के लिए जेसीबी मशीनें लगी है। खराब मौसम व बार बार हो रही बर्फबारी से मार्ग खोलने में दिक्कते पेश आ रही है। शाम तक मार्ग पूरी तरह से खोल दिए जाएंगे। इन्होंने वाहन चालकों से अपील की है कि सड़के फिसलन भरी हो गई है। वाहन चलाने पर एहतिहात बरते।

 

सिरमौर जिला की सबसे ऊंची चूड़धार चोटी पर भारी हिमपात के चलते एसडीएम संगड़ाह डॉ विक्रम नेगी द्वारा आगामी अप्रैल माह तक नौहराधार-चूड़धार यात्रा पर प्रतिबंध संबंधी एडवाइजरी अथवा आदेश जारी किए गए हैं। शिरगुल महाराज मंदिर चूड़धार का संचालन देख रहे एसडीएम चौपाल द्वारा पहले ही यात्रा पर प्रतिबंध संबंधी आदेश जारी कीए जा चुके है। ऊपरी हिस्सों मे बर्फबारी के चलते एक तरफ जहां क्षेत्र शीतलहर की चपेट से है, वही बर्फ देखने के लिए इलाके में सैलानियों की आवाजाही भी शुरू हो चुकी है। उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह में हरियाणा, पजांब दिल्ली आदि राज्यों तथा हिमाचल के मैदानी इलाकों के पर्यटकों अथवा बर्फ देखने आने वाले लोगों के सौ के करीब वाहन नोहराधार, हरिपुरधार व गत्ताधार की तरफ निकलते देख गए। इस दौरान कुछ लोग कड़ाके की ठंड में पड़ोसी राज्य हरियाणा से बाइक पर भी यहां पहुंचे।

Related Posts

Next Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!