(जसवीर सिंह हंस ) गुरू की नगरी पांवटा साहिब में एक बार फिर शातिर चोरों ने पांवटा साहिब की समार्ट पुलिस को सीधी चुनौती दी है। हर बड़ी चोरी की तरह, इस बार पुलिस मौका ए वारदात पर उस वक्त पहुंची, जब तक चोर घर पर अपना हाथ साफ कर चुके थे। नतीजा ये हुआ कि पुलिस के आला अधिकारियों तक के माथे पर चिंता की लकीरे साफ देखी और पढ़ी जा सकती थी।
हमेशा की तरह इस बार भी पांवटा पुलिस के पास सिवाए, आश्वासन के कुछ भी नहीं है। चोर आसानी से आए भी वारदात को अंजाम भी दिया और किसी को भी कानों कान ख़बर तक नहीं हुई।पांवटा साहिब के बदरीपुर वार्ड नंबर 2 में कई सालों से अपने परिवार के साथ रहने वाली और पेशे से सरकारी स्कूल टीचर के घर चोरों ने दिनदहाड़े एक बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम तक पहुंचाया है।ये वारदात उस वक्त हुई जब शिक्षिका सीमा बाॅस किसी काम से घर से बाहर गई हुई थी, जिसका फायदा चोरी ने उठाया और घर से नगदी के साथ – साथ सोने के गहने भी ले उड़े।
सबसे बड़ा सवाल आखि़र क्या क्या हुआ चोरी ?
अपनी दी गई शिकायत में पीड़िता स्कूल टीचर ने बताया कि चोरी घर से 20000 रूपए की नगदी के अलावा सोने के गहने भी ले गए है। जिनमें सोने की दो अंगुठियां, एक कानों की बाली का जोड़ा और भी कई सोने के गहने ले गए है।
चोर नो दो ग्यारह और मौका ए वारदात पर सबूत तलाशती रही पांवटा पुलिस
पांवटा साहिब पुलिस पूरे लाव लश्कर के साथ मौका ए वारदात पर पहुंची, अफसोस तब तक बहुत देर हो चुकी थी। मौका ए वारदात पर स्वयं डीएसपी पांवटा साहिब के साथ साथ एसएचओ पांवटा साहिब भी इंवेस्टीगेशन टीम के साथ पहुंचे थे।
फिर उठा पांवटा साहिब पुलिस के साख पर सवाल
भले ही पांवटा साहिब पुलिस सुरक्षा के हज़ारों दावे कर लंे लेकिन इस बात में भी कोई शक नहीं है, कि पांवटा साहिब में चोरो के होसले पुलिस की सुस्ती और इच्छाशक्ति की कमी पर भारी पड़ रहे है।शहर के अंदर हुई चोरी की वारदातों के आंकड़े पुलिस के काम करने के तरीके पर हज़ार सवाल खड़े कर रहें है। चोरों का इस कदर बेखौफ अंदाज में आना और दिनदहाड़े बिना किसी की परवाह के चोरी की वारदात को अंजाम देना सही मायने में पुलिस को सीधी चुनौती है।