ईडी की बड़ी कार्यवाही कालाअंब स्थित हिमालयन ग्रुप का वाइस चेयरमैन विकास बंसल गिरफ्तार , चेयरमैन रजनीश बंसल पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार

 

हिमाचल में हुए 181 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कालाअंब स्थित हिमालयन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस (एचजीपीआई) के एमडी के भाई विकास बंसल और इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड फ्यूचर मैनेजमेंट ट्रेंड्स (आईटीएफटी) चंडीगढ़ के संचालक गुलशन शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है।ईडी की टीम ने विकास को पंचकूला व गुलशन को शिमला से गिरफ्तार किया है। दोनों को देर शाम शिमला लाकर मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के बाद पूछताछ की जा रही है। पंचकूला में विकास बंसल के घर से दबिश के दौरान ईडी ने कई दस्तावेज भी कब्जे में लिए हैं।

You may also likePosts

हिमाचल में वर्ष 2012 से 2017 के बीच छात्रवृत्ति घोटला हुआ है। आरोप है कि हिमाचल के करीब 32,000 विद्यार्थियों को मिलने वाली छात्रवृत्ति की राशि कई शिक्षण संस्थानों ने डकार ली। घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में ईडी की टीम ने वीरवार सुबह पंचकूला के सेक्टर-16 में विकास बंसल की कोठी नंबर- 376 पर दबिश दी।

विकास हिमालयन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के एमडी रजनीश बंसल का भाई है। ईडी की टीम ने पंचकूला में करीब 10 घंटे की कार्रवाई के बाद विकास को गिरफ्तार कर लिया। कई दस्तावेज भी कब्जे में लिए। छापे के दौरान कोठी में विकास बंसल भी मौजूद रहा। ईडी के 10 से 12 अधिकारियों की टीम ने सुबह 9 बजे से कोठी के तीसरे और चौथे फ्लोर की जांच की। इस दौरान किसी को भी बाहर नहीं निकलने दिया। कोठी में मौजूद सब लोगों के फोन भी स्विच ऑफ करवा दिए। शाम सात बजे ईडी विकास बंसल को गिरफ्तार कर शिमला ले गई। विकास बंसल से पूछताछ के बाद ईडी ने शिमला में आईटीएफटी न्यू चंडीगढ़ के संचालक गुलशन शर्मा को भी गिरफ्तार कर किया है। वीरवार रात 8 बजे दोनों का शिमला के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में मेडिकल करवाया गया, उसके बाद उन्हें मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया।

181 करोड़ रुपये के छात्रवृत्ति घोटाले में निजी शिक्षण संस्थानों पर गिरफ्तार की तलवार लटक गई है। हिमालयन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के एमडी रजनीश के भाई विकास बंसल और इंस्टीट्यूट और टेक्नालॉजी एंड फ्यूचर मैनेजमेंट ट्रेंड्स (आईटीएफटी) के संचालक गुलशन शर्मा की गिरफ्तारी के बाद अब इस मामले में और निजी शिक्षण संस्थानों के मालिकों की गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

 

प्रवर्तन निदेशालय दोनों आरोपियों से पूछताछ कर जांच में आगे बढ़ रही है। नए सिरे से इस मामले की जांच के साथ इस मामले में संलिप्त निजी शिक्षण संस्थानों के मालिकों के खाते खंगाले जा रहे हैं। 29 निजी शिक्षण संस्थानों पर छात्रवृत्ति हड़पने के आरोप लगे हैं।

 

हिमाचल प्रदेश में यह गबन वर्ष-2012 से 2017 के मध्य हुआ था। धन शोधन मामले में ईडी की टीम दस्तावेजों को खंगाल रही है। प्रवर्तन निदेशालय दिल्ली और शिमला शाखा के अधिकारी इस मामले की नई सिरे से जांच कर रहे हैं। इस घोटाले में सीबीआई ने शिमला ईडी शाखा में सहायक निदेशक रहे विशालदीप और सीबीआई शिमला शाखा में डीएसपी रहे बलबीर सिंह को गिरफ्तार की जा चुकी है।

181 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप का गबन करने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने वीरवार को पंचकूला के सेक्टर-16 में विकास बंसल की कोठी नंबर-376 पर छापा मारा। विकास कालाअंब स्थित हिमाचल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के एमडी रजनीश बंसल के भाई हैं। स्कॉलरशिप की राशि हिमाचल प्रदेश के करीब 32000 विद्यार्थियों के खातों में जानी थी।

यह गबन वर्ष-2012 से 2017 के मध्य हुआ था। धन शोधन मामले में ईडी की टीम ने करीब दस घंटे की कार्रवाई के बाद दस्तावेज साथ लेकर गई है। छापे के दौरान कोठी में विकास बंसल मौजूद रहे। ईडी के करीब 10 से 12 अधिकारियों की टीम ने सुबह 9:00 बजे से कोठी के तीसरे और चौथे फ्लोर की जांच की। इस दौरान किसी को भी बाहर नहीं निकलने दिया। कोठी में मौजूद सभी सदस्यों के फोन भी स्विच ऑफ करवा दिए। शाम सात बजे ईडी की टीम विकास बंसल को गिरफ्तार कर शिमला ले गई।

25 करोड़ रुपये की मांगी थी रिश्वत
स्कॉलरशिप घोटाले में सीबीआई की टीम शिमला ईडी के सहायक निदेशक विशालदीप, उसके भाई विकासदीप, चचेरे भाई नीरज और दिल्ली सीबीआई मुख्यालय के डीएसपी बलबीर सिंह को गिरफ्तार कर चुकी है। दरअसल इस स्कॉलरशिप घोटाले में नामजद शिक्षण संस्थानों के संचालकों से ईडी के सहायक निदेशक विशालदीप ने धन शोधन में उन्हें राहत देने के लिए 25 करोड़ रुपये रिश्वत मांगी थी, हालांकि बाद में दोनों पक्षों के बीच ढाई करोड़ रुपये में सौदा तैयार हुआ था।
कालाअंब स्थित हिमाचल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के संचालक रजनीश बंसल और एक अन्य संचालक मोहाली निवासी भूपेंद्र सिंह ने रिश्वत मांगने के संबंध में शिकायत सीबीआई को दी थी। इसके बाद 23 नवंबर 2024 को सीबीआई की टीम ने ईडी सहायक निदेशक विशालदीप के भाई विकास दीप को 54 लाख रुपये की रिश्वत राशि के साथ जींद में एक होटल से गिरफ्तार कर लिया था। उसकी निशानदेही पर भिवानी से चचेरे भाई नीरज को भी गिरफ्तार किया था, विशालदीप को सीबीआई की जांच टीम ने मुंबई में गिरफ्तार किया था।

रोहित गुर्जर के नाम से धमकी दिलवाने का आरोप

इसी बीच 4 जनवरी को हिमाचल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के संचालक रजनीश बंसल ने पंचकूला पुलिस को शिकायत देकर आरोप लगाया कि उससे रोहित गुर्जर नाम से अज्ञात व्यक्ति ने फोन करके 40 लाख रुपये की रंगदारी मांगी है। साथ ही विशालदीप के खिलाफ दर्ज मामले में शिकायत वापस लेने के लिए भी कहा था। शिकायत के आधार पर पंचकूला पुलिस ने विशालदीप, रोहित गुर्जर के खिलाफ रिश्वत मांगने और जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज किया था।

पंचकूला सीआईए की टीम ने विशालदीप को 9 जनवरी को मुंबई से गिरफ्तार कर लिया था और उसे पंचकूला कोर्ट में पेश कर उसका 5 दिन का डिमांड लिया गया था। इस मामले में पंचकूला पुलिस दो अन्य आरोपियों के बीच गिरफ्तार कर चुकी है। जानकारी मिली है कि रजनीश बंसल और उसके भाई के खिलाफ शिमला आईडी कार्यालय में स्कॉलरशिप घोटाले में धन शोधन को लेकर पिछले लंबे समय से जांच चल रही है। इसी मामले की जांच ईडी के सहायक निदेशक विशालदीप द्वारा की जा रही थी।

हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2012-17 के दौरान 181 करोड़ का स्कॉलरशिप घोटाला हुआ था। इसमें सीबीआई जांच के बाद 2019 में हिमाचल के 29 एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। इसके अलावा मामले में ईडी ने भी अलग से केस दर्ज किया था।

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!