नैना टिककर क्षेत्र में छोटी बड़ी सड़कों की दुर्दशा तथा दूसरी और बसों के अभाव के कारण क्षमता से अधिक सवारियों को लेकर सफर करना लगातार भयावक होता जा रहा है । बनी बखोली से 20 किलोमीटर कच्ची सड़क पर सफर कर नैनाटिक्कर पहुंचने वाली एचआरटीसी की बस में प्रतिदिन 80 से 90 सवारियां एकमात्र बस होने के कारण सफर करने के लिए मजबूर है ।
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गौर हो कि यह बस बनी बघौली से सोलन कॉलेज के छात्र छात्राओं के लिए चलाई गई है परंतु इस रूट पर यह एकमात्र बस है जिस कारण इस बस में लगभग 90 सवारियां प्रतिदिन होती है । परंतु आज चालक ने बस नैना टिक्कर में खड़ी कर आगे ना ले जाने का फैसला किया ताकि कोई बड़ा हादसा ना हो सके तथा कॉलेज के छात्र छात्राओं सहित सभी सवारियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा ।
बता दें कि क्षमता से अधिक सवारियां ले जाने के लिए हिमाचल में सख्त कानून व्यवस्था की गई है उसके बावजूद नैना टिककर में लोग इस एकमात्र बस में सफर करने को मजबूर हैं । क्षेत्रवासियों की सरकार तथा विभाग से मांग है कि एक अतिरिक्त बस इस रूट पर भेजी जाए ताकि कॉलेज तथा स्कूल जाने वाले छात्र-छात्राओं की पढ़ाई का नुकसान ना होते हुए समय की बर्बादी को भी रोका जा सके । वहीं इस संदर्भ में जब डीएम रघुवीर सिंह हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम शिमला से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आरएम सोलन तथा आरएम नाहन से इस समस्या के बारे में बात की जाएगी तथा जल्द ही इस रूट पर एक अतिरिक्त बस की व्यवस्था कर दी जाएगी