उप निदेशक उच्च शिक्षा सिरमौर उमेश बहुगुणा ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि इंस्पायर मानक योजना में प्राइवेट व सरकारी स्कूल रूचि नही दिखा रहे है तथा पहली अप्रैल से शुरू हुई नोमिनेशन में अभी तक प्राईवेट स्कूल केवल तीन तथा सरकारी स्कूलों के 239 में से 75 स्कूलों ने नोमिनेशन किया है।
उन्होंने बताया कि जिला सिरमौर के 73 निजी तथा 239 स्कूलों को शिक्षा विभाग ने रिमांइडर जारी किए है। उन्होंने बताया कि 31 जुलाई, 2018 से पूर्व जो भी प्राईवेट स्कूल आवेदन नही करेगा उसकी मान्यता रद्द करने को शिक्षा विभाग को लिखा जाएगा। उन्हांेने बताया कि इंस्पायर मानक योजना केन्द्र सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है तथा इसके तहत छात्रों को दस हजार रूपए मॉडल बनवाने के लिए दिए जाते है इस योजना को अब र्स्ट्राट अप इंडिया से जोड़ा गया है।
श्री बहुगुणा ने बताया कि इस इंस्पायर मानक योजना के तहत राज्य स्तर से राष्ट्रीय स्तर पर चुने गए मॉडलों पर 40 से 60 हजार रूपये व्यय करके विशेष प्रशिक्षण से इन्हें और बेहतर बनाया जाता है। उन्होंने जिला के सभी स्कूलों के प्राधानाचार्य/मुख्यध्यापकों को निर्देश दिए कि वह अपने अधीन स्कूलों की नोमिनेशन करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि इंस्पायर मानक योजना से छात्रों को वैज्ञानिक तकनीक उपलब्ध करवाई जाती है, जिससे छात्रों में इनोवेशन की भावना जागृत होती है।
जिला नोडल अधिकारी एआर शर्मा ने कहा कि छात्रों की रूची तथा उनका वैज्ञानिक दृष्टिकोण उन्हें वैज्ञानिक बनने के लिए प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा कि इंस्पायर मानक योजना के अतंर्गत प्रतियोगिता तीन स्तर पर आयोजित होती है जिसमंे पहली प्रतियोगिता जिला स्तर पर, दूसरी राज्य स्तर पर जबकि तीसरी प्रतियोगिता राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जाती है।