राज्य सरकार सैनिकों, भूतपूर्व सैनिकों तथा उनके परिवारों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और राष्ट्र के प्रति उनके द्वारा दी गई सेवाओं का सम्मान करते हुए उनके कल्याण के लिए अनेक योजनाएं आरम्भ की गई हैं। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने यह बात बिलासपुर में निर्मित होने वाले शहीदी स्मारक एवं पार्क के लिए भूमि पूजन करने के उपरान्त कही।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने कारगिल विजय दिवस के अवसर पर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की।
परिवहन एवं वन मंत्री गोविन्द ठाकुर, विधायक राजिन्द्र गर्ग, जे.आर. कटवाल तथा सुभाष ठाकुर, पूर्व सांसद सुरेश चन्देल, पूर्व विधायक रणधीर शर्मा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव संजय कुंडू, बिलासपुर के उपायुक्त, भूतपूर्व सैनिक तथा समाज के अन्य लोग मुख्यमंत्री के साथ कारगिल शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए शामिल हुए।
जय राम ठाकुर ने कहा कि कारगिल युद्ध में देश की रक्षा के लिए राज्य के 52 बहादुर बेटों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है, जिनमें से सात जवान बिलासपुर ज़िले से थे। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान प्रदान किए गए चार परमवीर चक्रों में से दो परमवीर चक्र हिमाचल प्रदेश के बहादुर बेटों को प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह राज्य के सैनिकों के शौर्य और बहादुरी को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सबका दायित्व बनता है कि हम अपनी धरती मां के सपूतों के सर्वोच्च बलिदान को व्यर्थ न जाने दें। उन्होंने कहा कि हमारी सीमाओं की सुरक्षा कर रहे सिपाहियों की सतर्कता और बलिदान के कारण हम सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में आज देश सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि मोदी को आज उनकी लोकप्रियता के कारण विश्व में जाना जाता है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार छः हजार करोड़ रुपये की केन्द्रीय सहायता प्राप्त करने में सफल रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उदारता से यह संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश को देश का सर्वाधिक विकसित राज्य बनाने के एकमात्र उद्देश्य के साथ कार्य कर रही है।मुख्यमंत्री ने कहा कि किरतपुर से मनाली फोरलेन के कार्य में तेजी लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि बिलासपुर के लिए 66 करोड़ रुपये की जलापूर्ति योजना को शीघ्र पूरा कर इसे लोगों को समर्पित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिलासपुर को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के प्रयास किए जाएंगे।
उन्होंने घोषणा की कि बिलासपुर के लिए पांच नई बसें उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि बिलासपुर में नए बस अड्डे के निर्माण के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने घोषणा की कि बिलासपुर में मुख्य अरण्यपाल अग्निशमन के कार्यालय का पुनः बहाल किया जाएगा, जिसे पिछली सरकार ने अन्यत्र स्थानान्तरित कर दिया था। उन्होंने घोषणा की कि शहीदी स्मारक के निर्माण के लिए प्रत्येक मंत्री द्वारा 11 हजार रुपये और भाजपा के प्रत्येक विधायक द्वारा 5100 रुपये का अंशदान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री को इस अवसर पर अनेक सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक तथा राजनीतिक संगठनों द्वारा सम्मानित किया गया।
इसके उपरान्त, मुख्यमंत्री ने 40 लाख रुपये की लागत से निर्मित हि.प्र. राज्य विद्युत बोर्ड सीमित के उपमण्डल कार्यालय भवन का शिलान्यास किया। इससे क्षेत्र की 8 पंचायतों की 60 हजार से अधिक आबादी लाभान्वित होगी।मुख्यमंत्री ने बिलासपुर जिले के परमवीर चक्र विजेता संजय कुमार तथा अन्य कारगिल शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया।
‘एक ईंट शहीदों के नाम’ अभियान के संयोजक संजीव राणा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और उन्हें शहीद स्मारक के बारे में अवगत करवाया। उन्होंने लोगों से ‘एक ईंट शहीदों के नाम’ के लिए उदारतापूर्वक योगदान करने की अपील की ताकि देश के शहीदों को श्रद्धांजलि दी जा सके।स्थानीय विधायक सुभाष ठाकुर ने हाल ही में आयोजित राज्य मंत्रिमण्डल की बैठक में भाखड़ा बांध विस्थापितों को बड़ी राहत प्रदान करने के निर्णय के लिये मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया। उन्होंने मुख्यमंत्री से बिलासपुर को मुख्य पर्यटन गंतव्य के तौर पर विकसित करने का आग्रह किया, क्योंकि क्षेत्र में जल क्रीड़ाओं में काफी संभावनाएं हैं। विधायक राजिन्द्र गर्ग ने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में राज्य उन्नति एवं खुशहाली के पथ पर तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है।
विधायक जे.आर. कटवाल ने कहा कि राष्ट्र के पुनर्निमाण के लिए समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करना हम सबकी जिम्मेवारी है ताकि देश के लिए हमारे वीर बेटों द्वारा किए गए बलिदान व्यर्थ न जाएं। पूर्व विधायक एवं राज्य भापा के मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने बिलासपुर को कारगिल विजय दिवस के आयोजन के लिए चुनने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि बिलासपुर जिला राज्य के अधिकतम संख्या में सेवारत सैनिकों वाले जिलों में ही नहीं है, बल्कि राष्ट्र के विकास एवं खुशहाली के लिए दो मुख्य बांधों-भाखड़ा बांध तथा कोल बांध के लिए अपनी मूल भूमि प्रदान कर महान बलिदान करने वाला जिला भी है। वन एवं परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर, विधायकगण, पूर्व सांसद सुरेश चंदेल, खादी बोर्ड के उपाध्यक्ष संजीव कटवाल, बाल कल्याण परिषद की महा सचिव पायल वैद्य, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर मौजूद रहे