( धनेश गौतम ) प्रकृति की गोद में बसे हरे-भरे वृक्षों से लदे , ऊंची ऊंची गगनचुंबी पहाड़ियों से घिरे जिला कुल्लू के खूबसूरत गांव गड़सा के ‘उत्तरी शीतोष्ण क्षेत्रीय केंद्र’ में कल एक भव्य कवि संगोष्ठी एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका संस्थान के कर्मचारियों व आए हुए मेहमानों ने भरपूर आनंद व लाभ उठाया। इस कार्यक्रम में कविताओं के दो दौर चले |
आमंत्रित कवियों में साहित्यिक प्रतिश्रुति एवं सांस्कृतिक लोक मंच शमशी के अध्यक्ष दीपक कुल्लुवी, उपाध्यक्ष श्रीमती इंदू भारद्वाज, प्रचारमंत्री श्रीमती पुनीत पटियाल , कुमुद शर्मा, व दीपांकर शर्मा ने शिरकत की अन्य कवियों में एन0एच0पी0सी0 बिहाली के अधिकारी श्री देशराज जी, संस्थान के अध्यक्ष डॉ0 ओम हरि चतुर्वेदी और भगवान प्रकाश ने अपनी-अपनी प्रस्तुतियां दी। समूचे कार्यक्रम की एंकरिंग की कमान संस्थान के अधिकारी डी0एल0वर्मा जी के हाथ में रही और उनका अंदाज़-ए-वयां दिलकश था। मुख्य अतिथि भी संस्थान के मुख्यालय श्री जे0पी0 मीणा जी जयपुर राजस्थान से ख़ास तौर पर पधारे। डॉ चतुर्वेदी ने सभी आमंत्रित कवियों का कुलवी टोपी से व कवयित्रियों का अति सुंदर कुलवी शाल से स्वागत किया और अंत में सभी को संस्थान के समृति चिन्ह से नवाज़ा गया।
सभी रचनाकारों ने अपने अपने चिर -परिचित अंदाज में गीत, ग़ज़ल ,व्यंग्य,कविताएं सुनाई जिससे श्रोता मंत्रमुग्ध रहे।संस्थान ने आमंत्रित कवियों का हर तरह से ख्याल रखा उनको संस्थान तक लाने और वापस घर छोड़ने का इंतजाम किया। दोपहर में शानदार स्वादिष्ट भोजन की व्यवस्था की गई ।और कार्यक्रम समाप्ति के पश्चात चाय नाश्ते का उचित प्रबंध किया। काफी बड़े क्षेत्र में यह संस्थान फैला हुआ है कर्मचारियों ने सभी कवियों को हरे भरे इन फूलों से सुसज्जित संस्थान के दर्शन कराए।