पर्यावरण, विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सौजन्य से जिला सिरमौर के तीन विकास खण्डो पांवटा साहिब, पच्छाद तथा संगडाह विकास खण्ड़ों मंे किसानों को जलवायु परिवर्तन के अनुसार वैज्ञानिक ढ़ग से खेती करने के लिए 20 करोड़ रूपये की परियोजना वर्ष-2020 तक क्रियान्वित की जा रही है जिसके तहत 30 हजार 880 किसान तथा बागवान लाभान्वित होगे।
यह जानकारी उपायुक्त सिरमौर श्री ललित जैन ने आज उपायुक्त कार्यालय में इस परियोजना की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने विकास खण्ड पावंटा साहिब, पच्छाद तथा संगडाह के किसानों तथा बागवानों का आहवान किया कि वह वैज्ञानिक ढग से खेती तथा बागवानी कर अपनी आर्थिकी को सुद्ढ करे। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के तहत सूखा प्रभावित क्षेत्रों में वर्षा जल सग्रंहण, खडडों इत्यादि पर चैकडेम, कूहल, जल भण्डारण टैंक व वितरण इत्यादि की बेहतर व्यवस्था की जाएगी ताकि वर्षा अथवा खडडों में बहने वाला पानी किसानों के खेत तक पहूंच सके और किसान नकदी फसलें उत्पादित करके अपनी आर्थिकी सुद्ढ कर सके।
उपायुक्त ने बताया कि पारिस्थितिकीय असंतुलन होने के कारण सम्पूर्ण पर्यावरण प्रभावित हो रहा है जिस कारण विशेषकर सूखा इत्यादि होने से किसान काफी प्रभावित हो रहे है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के अतंर्गत जिला सिरमौर के तीन विकास खण्डो पांवटा साहिब, पच्छाद और संगडाह के 30880 किसानों, बागवानों को 2020 तक प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि किसान तथा बागवान परम्परागत खेती के साथ-साथ वैज्ञानिक खेती की बारिकीयों को जानकर उन्नत खेती कर अपनी आर्थिकी को सुदृढ कर सके।
पर्यावरण, विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी विभाग शिमला के वित विशेषज्ञ श्री लोकेन्द्र कॉवर ने बताया कि इस परियोजना के तहत जिला सिरमौर के तीन विकास खण्डों पांवटा साहिब, पच्छाद तथा संगडाह में सेब के लिए 30 हेक्टयर, गुठलीदार पौघों के लिए 20 हेक्टयर, निम्बू प्रजाति के लिए 22 हेक्टयर, अनार के लिए 21 हेक्टयर तथा कीवी के पौधे रोपीत करने के लिए 20 हेक्टयर भूमि निर्धारित की गई है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के तहत फलदार पौधे, गढढे खोदने, पौधा रोपण, बाढ लगाने, कीटनाशक, फफूंद नाशक दवाईयांे पर 50 प्रतिशत अनुदान का प्रावधान ळें
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त श्री आदित्य नेगी, उपनिदेशक उद्यान श्री रामलाल कपील, उप-निदेशक कृषि श्री विद्या सागर, डीडीएम नाबार्ड श्री गौरव शर्मा, परियोजना अधिकारी डीआरडीए श्रीमती देश लता के अतिरिक्त सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे।