डॉ. डेजी ठाकुर ने इस अवसर पर महिला थाना में उपलब्ध सुविधाओं का निरीक्षण किया और पुलिस अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से विभिन्न पंजीकृत मामलों की जानकारी प्राप्त की।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने इस अवसर पर कहा कि आयोग द्वारा सघन डिजिटल साक्षरता अभियान आरंभ किया है। इस अभियान के अंतर्गत साइबर विशेषज्ञों की सहायता से लड़कियों एवं महिलाओं को आवश्यक जानकारी प्रदान की जाती है। इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अपराधों में कमी लाना है। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध के कारण वर्तमान में अनेक बच्चे आत्महत्या की ओर प्रवृत हो रहे हैं। यह अभियान बच्चों की सोच को सकारात्मक रूप प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि आयोग विद्यालय स्तर पर लड़कियों को जागरूक करने की दिशा में भी कार्यरत है।
डॉ. डेजी ठाकुर ने निर्देश दिए कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रदेश सरकार द्वारा आरंभ की गई गुडिय़ा हेल्पलाइन तथा शक्ति ऐप बटन का व्यापक प्रचार सुनिश्चित बनाया जाए। उन्होंने रात्रि के समय विभिन्न कारणों से थाने में आने वाली महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित बनाने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि 25 नव बर से देश के साथ-साथ प्रदेश में भी महिला सुरक्षा के संबंध में जागरूकता के दृष्टिगत महिला सुरक्षा पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा। इस दौरान महिला सुरक्षा के विषय में नुक्कड़ नाटकों एवं प्रचार-प्रसार के अन्य माध्यमों से लोगों को जागरूक किया जाएगा।राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष को अवगत करवाया गया कि महिला थाना में अभी तक तीन प्राथमिकी पंजीकृत की गई हैं तथा 25 शिकायतें प्राप्त हुई हैं।इस अवसर पर महिला थाना की अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।