पुलिस थाना में आला अधिकारियों की मौजूदगी में और वह भी पत्रकार वार्ता में एक अदने से पुलिस अफसर द्वारा पत्रकार से आर्ड मांगना और दुर्व्यवहार करना निन्दनीय कृत्य है। हिमाचल यूथे ब्रिगेड इसकी कडे शव्दो में निन्दा करता है। यह व्यान हिमाचल यूथ ब्रिगेड के प्रधान इन्दरजीत सिह मिक्का ने दिया है उनका कहना है कि इस प्रकार थाने में बुलाकर पत्रकार की बेइज्जती करने का हक पुलिस को नही है और वह भी जब कि एसपी ने खुद पत्रकारेां को बुलाया था औरवह भी एसपी एएसपी व डीएसपी की मौजूदगी में इतना बडा कदम उठा लेना ठीक नही है।
एसएचओ को पत्रकार से माफी मांगनी चाहिये और बड़े अफसरों को चाहिये कि एसएचओ के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही करें। वरना पुलिस से पहले ही लोगों को विश्वास उठा हुआ है और इस कृत्य के बाद और भी उठ जायेगा। और वह भी लोकतंत्र का चोथे साथ इस प्रकार की हरकत की गयी है। और प्रेस दिवस से एक दिन पूर्व लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास किया गया है पुलिस के द्वारा जो कि निन्दनीय है। परमिंदर सिंह पम्मी व दर्शन सिंह ,आदि हिमाचल यूथ ब्रिगेड के सदस्यों ने भी एसएचओ के खिलाफ कड़ी क़ानूनी कारेवाही की मांग की है |