नाहन शहर को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए आज यहां उपायुक्त सिरमौर ललित जैन की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें शहर की सड़कों, पार्क, ऐतिहासिक धरोहरों तथा पेयजल व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा की गई।
इस अवसर पर उपायुक्त ने अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि नाहन शहर एक ऐतिहासिक शहर है तथा इसे कुओं, बाउड़ियों तथा तालाबों के शहर के नाम से भी जाना जाता है। उपाायुक्त ने कहा कि नाहन शहर नगीना, आएंे एक दिन रहे महिना। उन्होंने कहा कि इस शहर को और अधिक सुन्दर बनाना सरकार तथा प्रशासन का लक्ष्य है ताकि अधिक से अधिक पर्यटक इस शहर की ओर आर्कषित हो सके। इसके लिए संबंधित विभाग तीन दिनों के भीतर शहर तथा जिला के चिन्हीत स्थानों पर किए जाने वाले कार्यों की कार्य योजना तैयार कर उपायुक्त कार्यालय को प्रस्तुत करें ताकि समय पर कार्य योजना सरकार को प्रेषित की जा सके।
उन्होेंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह नाहन फाउण्ड्री मंे क्राफ्ट विलेज बनाने, काली स्थान तालाब तथा रामकुंड़ी तालाब के जीर्णोद्वार के लिए कार्य योजना बनाऐं। उन्होंने जिला पर्यटन अधिकारी को कालाअंब मंे गेटवे आफ हिमाचल के निर्माण की कार्य योजना बनाने जबकि कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद नाहन तथा पांवटा साहिब को निर्देश देते हुए कहा कि वह नाहन में 6 जबकि पांवटा मंे 4 स्थानों पर सुलभ शौचालयों के निर्माण के लिए स्थान चिहिन्त करने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ने विडियो कान्फ्रेन्स के माध्यम से एसडीएम पांवटा साहिब को यमुनाघाट के सौन्दर्यकरण तथा देई साहिबा मंदिर के नवीनीकरण, वहां दुकानों का निर्माण करना, कैफेटेरिया तथा यात्रियों की सुविधा के लिए पार्किग व्यवस्था के लिए कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को सिम्बलवाड़ा नेशनल पार्क के उत्थान के लिए कार्य योजना बनाने के भी निर्देश दिए।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त सिरमौर श्री आदित्य नेगी, एसडीएम नाहन श्री विवेक शर्मा, जिला पर्यटन अधिकारी सोलन श्री विवेक चौहान, नगर योजनाकार श्रीमती सवीता ओमटा, कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद नाहन श्री एसएस नेगी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।