एनसीसी राष्ट्र के युवाओं में चरित्र, अनुशासन, नेतृत्व, साहस की भावना तथा निःस्वार्थ सेवा के आदर्शों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने यह आज अतिरिक्त महानिदेशक एनसीसी मुख्यालय, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और चण्डीगढ़ के अतिरिक्त महानिदेशक मेजर जनरल आर.एस. मान (वीएसएम), (जिन्होंने आज यहां मुख्यमंत्री से मुलाकात की) से मुलाकात के दौरान कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि एनसीसी के कैडेटों ने समाज की निःस्वार्थ सेवा और स्वयं सहायता के महत्व को समझते हुए पर्यावरण की रक्षा करने और समाज के पिछड़े और कमज़ोर वर्गों का उत्थान करने के उद्देश्य से सामुदायिक विकास गतिविधियों को अपनाया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य में 23 हजार से अधिक एनसीसी कैडेट अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश में एनसीसी की गतिविधियों के विस्तार व सुदृढ़ करने पर विशेष बल दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश में 16 लाख एनसीसी कैडेट हैं तथा उनकी संख्या को 19 लाख करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने एनसीसी से नशीली दवाओं के दुरूपयोग, वनीकरण और राज्य को पॉलीथीनमुक्त बनाने में सहयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि एनसीसी विंग वाले सभी स्कूलों और कॉलेजों में एनसीसी शिक्षकों की तैनाती को सुनिश्चित करने के प्रयास किए जाएंगे।मेजर जनरल आर.एस. मान (वीएसएम) ने राज्य में एनसीसी द्वारा चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों से मुख्यमंत्री को अवगत करवाया। उन्होंने राज्य में एनसीसी के बजट को बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री से आग्रह किया। उन्होंने कहा कि विभिन्न सामाजिक गतिविधियों जैसे कि नशीली दवाओं के दुरूपयोग को रोकना और पर्यावरण संरक्षण, जोकि राज्य सरकार के लिए भी महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं, के लिए संयुक्त कार्य योजना तैयार की जा सकती है।
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज और एनसीसी के अन्य अधिकारीगण इस अवसर पर उपस्थित थे।