एनएचपीसी अध्यक्ष के आदेशों की पार्वती प्रोजेक्ट में बेकद्री ,विस्थापितों की समस्या जस की तसए न ही मिला रोजगार न ही मिले छोट-मोटे निर्माण कार्य

(नीना गौतम ) भारत सरकार द्वारा मिनी रतन से नवाजी गई राष्ट्र की नामी कंपनी एनएचपीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निर्देशक की पार्वती प्रोजेक्ट में सरेआम बेकद्री की जा रही है। फरीदाबाद स्थित एनएचपीसी के कॉर्पोरेट ऑफिस में तैनात मुख्य अधिकारी की बेकद्री से पार्वती प्रोजेक्ट के विस्थापित हुए सैकड़ों लोग हैरान हैं किंतु पार्वती प्रोजेक्ट चरण तीन में बैठे अधिकारी आदेशों को लागू करने में तैयार नहीं है। हालांकि जून माह में पार्वती प्रोजेक्ट चरण तीन के दौरे पर पधारे एनएचपीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निर्देशक बलराज जोशी ने दो टूक शब्दों में कहा था कि स्थानीय लोगों व विस्थापितों को प्रोजेक्ट में अस्थाई रोजगार व छोटे-मोटे निर्माण कार्य आवंटित करने के निर्देश दिए थे लेकिन पार्वती पावर स्टेशन विहाली के अधिकारियों ने एनएचपीसी के चेयरमैन की खिल्ली उड़ाई है।


उल्लेखनीय है कि पार्वती प्रोजेक्ट में अभी भी सैकड़ों विस्थापित रोजगार के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं लेकिन रोजगार तो दूर विस्थापितों को ऑफिस में आने तक की मनाही है। पार्वती के विस्थापित परिवार से संबंध रखने वाले नीरत सिंह, चूड़ामणि, सुभाष परस, राम सिंह आदि ने अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा कि पार्वती परियोजना चरण-3 में उनके परिवार ने अपनी मातृभूमि को कुर्बान किया है लेकिन बदले में हर बार आश्वासन ही मिलते रहे हैं उन्होंने एनएचपीसी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्वती के अधिकारी अपने चहेतों को बैक डोर से नौकरियां बांट रहे हैं। लेकिन हैरानी वाली बात यह है कि यहां के राजनेता व प्रशासन को खबर तक नहीं है जिससे एनएचपीसी के हौसले बुलंद है।

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उधर विस्थापित संघ के अध्यक्ष शेर सिंह नेगी ने बताया कि वे दस वर्षों से रोजगार की लड़ाई लड़ रहे हैं हालांकि इस मामले में एनएचपीसी अध्यक्ष ने कुछ हद तक समस्या पर गौर किया था लेकिन पावर स्टेशन बिहाली के अधिकारियों ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। वहीं लारजी पंचायत की प्रधान कांता देवी ने एनएचपीसी पर ताबड़तोड़ हमले करते हुए कहा कि उनकी कथनी व करणी में पर्क है। एक तरफ एनएचपीसी विस्थापितों की हितेषी बनती है वहीं दूसरी तरफ एनएचपीसी के चेयरमैन के दौरे के 6 माह बीत जाने के बावजूद भी विस्थापितों की समस्या जस की तस है।


पंचायत प्रधान ने कहा कि एनएचपीसी की गाइड लाइन में स्पष्ट तौर पर दर्शाया है कि पार्वती के विस्थापितों को अस्थाई रोजगार छोट-मोटे निर्माण कार्य प्रोजेक्ट में किराए पर लगी गाडिय़ां आदि लिखित आदेश पार्वती पावर स्टेशन चरण तीन को दिए हैं लेकिन पार्वती प्रोजेक्ट चरण-3 में चेयरमैन के आदेशों की अनदेखी की जा रही है। पंचायत प्रधान ने कहा कि अगर एनएचपीसी में चेयरमैन के आदेशों पर लागू नहीं किया तो विस्थापित पार्वती प्रोजेक्ट चरण तीन के अधिकारियों का घेराव करेंगे। उन्होंने कहा कि 6 माह बीत जानेके बावजूद चेयरमैन द्वारा दी गई गाइड लाइन पर पार्वती पावर स्टेशन एक्शन नहीं कर रहा है। बहरहाल पार्वती पावर स्टेशन विहाली में चेयरमैन के आदेशों की बेकद्री हो रही है और एनएचपीसी अपने चहेतों को नौकरियां बांट रहे हैं और प्रशासन पर राजनेता बेखबर है।

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