पशुपालक व कृषक सरकारी सहायता प्राप्त कर अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ बनाये

( जसवीर सिंघ हंस ) किसानों व पशुपालकों के लिए पशु पालन विभाग द्वारा कार्यान्वित  की जा रही योजनाएं उनकी आर्थिकी में बढोतरी करके उनके जीवन स्तर को  बेहतर करने में सहायक सिद्ध हो रही है। यह जानकारी उपनिदेशक पशुपालन विभाग बिलासपुर डा॰ जगदीप ने देते हुए बताया कि बीपीएल कृषक बकरी पालन योजना के अन्तर्गत गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले पशुपालकों अथवा किसानों को बेहतर नस्ल की बकरी ईकाई 60 प्रतिशत अनुदान पर पशु पालन विभाग द्वारा उपलब्ध करवाई जाने का प्रावधान है।

उन्होनें जानकारी देते हुए बताया कि दो बकरियों व एक बकरे की ईकाई की कुल कीमत 21 हजार 88 रूपये के बदले लाभार्थी को केवल 7 हजार 2 सौ रूपये का भुगतान करना पडेगा जबकि 13 हजार 8 सौ 88 रूपये अनुदान के रूप मंे  विभाग द्वारा दिये जाएगें। उन्होनें कहा कि चार बकरियों और एक बकरे की इकाई की कुल कीमत 34 हजार 3 सौ 56 रूपये पर 23 हजार एक सौ 56 रूपये अनुदान के रूप मे तथा दस बकरियों तथा एक बकरे की इकाई की कुल कीमत 72 हजार एक सौ 60 रूपये पर 48 हजार नौ सौ साठ रूपये अनुदान के रूप मे किये जाने का प्रावधान है।

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उन्होने जानकारी देते हुए बताया कि एनएलएम पोल्ट्री योजना के अन्तर्गत पशुपालक को 28 दिन की अवधि के 40 चूजे लाभार्थी के घर द्वार पर निशुल्क उपलब्ध करवाये जाने की व्यवस्था है। जबकि 11 सौ 25 रूपये की धन राशि विभाग द्वारा इन चूजो के रखरखाव के लिए लाभार्थी के खाते में डाल जाती है।

उन्होने बताया कि बैक यार्ड पोल्ट्री योजना के अन्तर्गत पशुपालक को 20 से 25 रूपये प्रति चूजा के हिसाब से बिना लाभ हानि के लाभार्थी को उपलब्ध करवाये जाने का भी प्र्रावधान है। जबकि पांच हजार ब्रायलर चिक योजना के अन्तर्गत पशुपालक को 60 प्रतिशत अनुदान पर 5 हजार चूजों की इकाई के लिए 5 लाख 58 हजार रूपये का अनुदान प्रदान किया जाता है तथा एक हजार मुर्गियों को रखने के लिए एक हजार वर्ग फुट का शैड और 200 वर्ग फुट का फीड स्टोर बनाने की व्यवस्था है तथा प्रत्येक तिमाही पर एक हजार चूजे व फीड का प्रवन्ध विभाग द्वारा किया जाता है। उन्होने पशुपालको व कृषको से आहवान किया कि वह विभाग की योजनाओ का लाभ प्राप्त के लिए समीप के पशुपालन केन्द्र में सम्र्पक करें और अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ बनाये।

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