मंदिर को लेकर क़ानूनी व जमीनी लड़ाई लड़ने को तेयार है पातालेश्वर महादेव मन्दिर कमेटी व जनता

वन विभाग ने मंदिर से अलग केवल कुछ हिस्से तोड़ने की कोशिश की

लोगो की आस्था का केन्द्र पातालेश्वर महादेव ,बाबा बालकनाथ और न ही हनुमान मंदिर को हटाने के कोई आर्डर नहीं है

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रविवार को होगा जनरल हाउस

पंचायत प्रधान का कहना है कि रविवार को सुबह 10 बजे जनरल हाउस रखा गया है। स्थानीय लोग इसमें भाग लें और अपनी समस्या रखें। इसके बाद जो भी फैसला होगा वो सभी मिलजुल कर लें।

ग्राम पंचायत पातलियो के प्राचीन मन्दिर पातालेश्वर महादेव के एक स्टोर की टीने तोड़ने से तनाव की स्थिति बन गयी |।  मामला स्थानीय प्राचीन मन्दिर पातालेश्वर महादेव से जुडा हुआ है जहां पिछले कल प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेश के बाद वन विभाग के डीएफओ ने कार्यवाही की।

सरकारी जमीन पर मन्दिर कमेटी द्वारा किए गए अवैध कब्जे को लेकर किसी उमेश शर्मा नामक व्यक्ति ने आस पास की पंचायतो के कुछ लोगो के हस्ताक्षर करवाने के बाद उच्च न्यायालय में शिकायत की थी जिस पर कार्यवाही करते हुए न्यायालय ने जमीन खाली करवाने के आदेश वन विभाग को जारी किए हुए थे।

यह बात आग की तरह फैल गई। मौके पर दर्जनों लोग जमा हो गए। विभाग की टीम हाईकोर्ट के आदेश के तहत ही कार्रवाई करने पहुंची थी। बताया जा रहा है कि बुधवार को मंदिर के लंगर हॉल की छत की टिन की चादरों को हटा दिया गया था।

शहर भर में जोरदार प्रदर्शन करते हुए एसडीएम पांवटा को ज्ञापन देने आए किन्तु एसडीएम पांवटा के मौके पर उपस्थित ना होने के कारण नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौपा गया जिसमें आगामी कार्रवाई को रोकने के लिये डीएफओ पांवटा को उचित निर्देश देने की बात कही। साथ ही शिव भक्तों ने सैकडो की संख्या में हस्ताक्षर करते हुए यह भी कहा कि यदि किसी भी प्रकार की कानून व्यवस्था बिगडती है तो वन विभाग के अधिकारी इसके लिये जिम्मेवार होगे।

वही दूसरी ओर मन्दिर कमेटी ने उच्चतम  न्यायालय से स्टे लेने की बात को भी अमली जामा पहनाना शुरू कर दिया है। प्रदर्शन में शहर व गावों के गणमान्य नागरिक सैकडो की संख्या में उपस्थित थे।  मंदिर के प्रधान दाता राम ने बताया की एक व्यक्ति ने व्यक्तिगत दुश्मनी निकालने के लिए ये सबकुछ किया है | व मंदिर रिज़र्व फारेस्ट एक्ट 1980  से पहले का बंक हुआ है व वो इस मंदिर पर लागू नहीं होता है | इसलिए इस मंदिर को कोई भी हाथ नहीं लगा सकता | व इस विषय में ट्रिब्यूनल में मंदिर कमेटी ने अपील की हुई है जिसकी सुनवाई 16  जनवरी को है | यदि मंदिर के किसी भी हिस्से को बचने के लिए वो हर क़ानूनी लड़ाई लड़ने को तेयार है |

वही भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष मोहन सिंह सहोता का कहना है की जिस व्यक्ती उमेश शर्मा जो की बाता मंडी का रहने वाला है को कुछ लोगो दवारा बेज्जत करके मंदिर से निकला गया था उसी का बदला लेने के लिए उमेश शर्मा ने मंदिर कमेटी के खिलाफ हाई कोर्ट में केस किया था |

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