अधीशासी अभियंता राष्ट्रीय उच्च मार्ग वी0के0 अग्रवाल ने आज यहां जिला प्रशासन के साथ पांवटा -गुम्मा सड़क को डबल लेन करने बारे आयोजित बैठक में विडियों प्रस्तुतिकरण के माध्यम से जानकारी दी कि विश्व बैंक की सहायता से 97 किलोमीटर लंबी पांवटा-गुम्मा सड़क वाया सतौन, कफौटा -शिलाई को डबल लेन करने के लिए सात सौ करोड़ की डीपीआर तैयार की गई है जिस बारे इस क्षेत्र के लोगों से आपति एवं सुझाव प्रस्तुत करने को कहा गया है । बैठक की अध्यक्षता सहायक आयुक्त शिवम प्रताप सिंह ने की ।
अग्रवाल ने बताया कि पांवटा-गुम्मा सड़क का नाम राष्ट्रीय उच्च मार्ग-72 के स्थान पर अब राष्ट्रीय उच्च मार्ग-707 का नाम दिया जाएगा । उन्होने कहा धार्मिक एवं सामरिक दृष्टि से यह सड़क काफी महत्वपूर्ण है जिसका निर्माण विश्व बैंक की सहायता से किया जाना प्रस्तावित है । उन्होने कहा कि इस सड़क के चौड़ा होने से इस क्षेत्र के लोगों को बेहतर आवागमन की सुविधा उपलब्ध होगी ।
उन्होने जानकारी दी कि इस महत्वकांक्षी सड़क परियोजना के तहत इस सडक के किनारे आने वाले स्कूलों के मैदान विकसित करने के अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय, सामुदायिक भवन इत्यादि गतिविधियों को भी कार्यान्वित किया जाएगा ताकि लोगों की भागीदारी भी सुनिश्चित हो सके ।
अधीशासी अभियंता एनएच ने कहा कि इस सड़क के निर्माण में वन भूमि भी शामिल जिसकी स्वीकृति प्राप्त करने के लिए मामला वन मंत्रालय भारत सरकार के साथ उठाया जाएगा । उन्होने वन विभाग से आग्रह किया कि वन भूमि संबधी मामलों को समयबद्ध एवं शीघ्र निपटाने के लिए प्रयास जाऐं ।बैठक में प्रशासन की ओर से सहायक आयुक्त शिवम प्रताप सिंह, डीके नाग अधीशासी अभियंता लोक निर्माण , संजय अग्रवाल सहायक अभियंता एनएच कफोटा , प्रमोद जैन डीपीआर परामर्शदाता सहित अन्य सरकारी एवं गैर सरकारी सदस्यों ने भाग लिया ।