संस्कृत महाविद्यालय नाहन का नामकरण गौरक्षनाथ संस्कृत महाविद्यालय किया जाएगा -शिक्षा मंत्री

विधानसभा अध्यक्ष डॉ0 राजीव बिंदल और शिक्षा मंत्री श्री सुरेश भारद्वाज ने शनिवार को 3 करोड़ 43 लाख की लागत से निर्मित राजकीय संस्कृत महाविद्यालय नाहन के अतिरिक्त भवन का संयुक्त रूप से  लोकार्पण किया ।

इस अवसर पर संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री श्री सुरेश भारद्वाज ने  कहा कि राजकीय संस्कृत महाविद्यालय नाहन का नामकरण मंत्रिमण्डल की स्वीकृति प्राप्त करने के उपरांत “ गौरक्षनाथ राजकीय संस्कृत महाविद्यालय“ कर दिया जाएगा । इसके अतिरिक्त  वर्तमान सरकार के दृष्टिपत्र के अनुरूप प्रदेश में बेहतर संसाधन होेने पर संस्कृत विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा । उन्होने माजरा स्थित छात्रा हॉकी होस्टल में फुटबाल खेल भी शीघ्र ही आरंभ कर दी जाएगी । उन्होने कहा कि यह गौरव का विषय है कि इस छात्रावास से अनेक लड़कियों ने हॉकी में अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्र स्तर की खेल प्रतिस्पधाओं में बेहतर प्रदर्शन करके प्रदेश और जिला सिरमौर का नाम रोशन किया है ।

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शिक्षा मंत्री ने कहा कि संस्कृत भाषा सभी भाषाओं की जननी है तथा संस्कृत विषय को प्रदेश के सभी महाविद्यालयों में पढ़ाया जाएगा ताकि संस्कृत भाषा देश की द्वितीय भाषा बन सके जिसके लिए प्रदेश सरकार प्रयासरत है । उन्होने कहा कि यह गौरव का विषय है कि राजकीय संस्कृत महाविद्यालय नाहन की वर्ष 1940  में की गई थी और इस महाविद्यालय से शिक्षा ग्रहण कर अनेक विभूतियां प्रदेश के उच्च पदों पर आसीन है । उन्होने कहा कि प्रदेश में वर्तमान में सात र्संस्कृत महाविद्यालय कार्यरत है जिनमें से नाहन कॉलेज सबसे पुराने संस्कृत कॉलेज में से एक है और इस कॉलेज मेें सभी आधारभूत सुविधाऐं उपलब्ध करवाने के लिए प्रयास किए जाएगें । उन्होने इस कॉलेज में फर्नीचर की खरीद के लिए छः लाख की राशि स्वीकृत करने की घोषणा की ।

सुरेश भारद्वाज ने गुरू-शिष्य परंपरा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरू-शिष्य परंपरा आदिकाल से प्रचलित है तथा धार्मिक शास्त्रों में गुरू का स्थान सर्वोपरि माना गया है  जिस कारण भारत को विश्व गुरू की संज्ञा दी जाती थी । उन्होने कहा कि विश्व के अनेक देशों से आकर विद्यार्थी नालन्दा और तक्षिला में शिक्षा ग्रहण करते थे जोकि हमारे लिए गौरव का विषय है । उन्होने कहा कि प्रदेश में शिक्षा का विस्तार बहुत तेजी से हुआ है तथा शिक्षा को गुणात्मक एवं व्यवहारिक बनाने के लिए सरकार द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं । उन्होने कहा कि स्कूलों में बच्चों को सुसंस्कारित बनाने पर विशेष बल दिया जा रहा है ताकि बच्चें युवा बनकर अपने माता-पिता और समाज की सेवा कर सके । उन्होने कहा कि यह चिंता का विषय है कि देश में वृद्धा आश्रम की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है जिस पर चिंतन करने की आवश्यकता है ।

शिक्षा मंत्री ने वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जमटा और पंजाहल में चार-चार  और शमशेर बाल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नाहन में तीन अतिरिक्त कमरों के निर्माण के लिए धनराशि स्वीकृत  करने की घोषणा की । इसके अतिरिक्त वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कालाअंब , बोहलियों , मोगीनंद, हाई स्कूल कैंट नाहन तथा  मिडल स्कूल सैनवाला मुबारकपुर में अतिरिक्त कमरों के निर्माण के लिए धनराशि का प्रावधान कर दिया जाएगा ।

इस अवसर पर संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने शिक्षा मंत्री से राजकीय संस्कृत महाविद्यालय नाहन का नामकरण गौरक्षनाथ राजकीय संस्कृत महाविद्यालय नाहन करने का आग्रह किया । इसके अतिरिक्त उन्होने नाहन विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों में अतिरिक्त कमरों के निर्माण करने के लिए धनरााशि स्वीकृत करने का आग्रह किया ।

उन्होने कहा कि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नाहन के खेल मैंदान के लिए एक करोड़ तथा महिमा पुस्तकालय के लिए तीस लाख की राशि  स्वीकृत करने के लिए शिक्षा मंत्री का आभार व्प्यक्त किया ।इससे पहले संस्कृत कॉलेज के प्रधानाचार्य श्री विभव शुक्ल ने मुख्य अतिथि का स्वाागत किया और उन्होने संस्कृत कॉलेज के अतिरिक्त भवन का लोकार्पण करने के लिए आभार व्यक्त किया ।इस अवसर एसडीएम नाहन विवेक शर्मा, उप निदेशक उच्चतर शिक्षा उमेश बहुगुणा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे ।

 

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