हिमाचल प्रदेश देश का दूसरा राज्य बन गया है, जहां पर सबसे ज्यादा इंटरनेट प्रयोग होता है। जिस के चलते यहां पर साइबर क्राइम के मामले बढ़ रहे हैं। साइबर क्राइम के मामलों से निपटने के लिए प्रदेश की जनता को लगातार जागरूक किया जा रहा है। यह बात नाहन में पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए डीआईजी साइबर क्राइम मोहित चावला ने कहीं। उन्होंने कहा कि जिला सिरमौर के मुख्य शहरों में लोगों को जागरूक करने के लिए 1930 पर कॉल करने वाले बोर्ड लगाए जाएंगे। किसी भी प्रकार की ऑनलाइन ठगी या साइबर क्राइम की घटना पर जितनी जल्दी 1930 नंबर पर कॉल करेंगे, उतना जल्दी पुलिस टीम पीड़ित की मदद करेगी।
डीआईजी मोहित चावला ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के शिमला, मंडी और कांगड़ा में सबसे ज्यादा साइबर क्राइम के मामले सामने आ रहे हैं। इस दौरान उन्होंने बताया कि जिला सिरमौर में साइबर क्राइम नोडल ऑफिसर डीएसपी हेडक्वार्टर को नियुक्त कर दिया गया है। साथ ही जिला सिरमौर के सभी 11 पुलिस स्टेशनों को साइबर पुलिस स्टेशन व एनसीआरबी (नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो) के साथ जोड़ दिया गया है। डीआईजी मोहित चावला ने बताया कि जिला सिरमौर में जल्द ही साइबर क्राइम के मामलों को सॉल्व करने के लिए कमांड एंड कंट्रोल सेंटर स्थापित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला सिरमौर से प्रतिदिन 300 कॉल साइबर से संबंधित मामलों के लिए आते हैं।

डीआईजी ने बताया कि साइबर क्राइम के 20 लाख रुपए के नीचे के मामले सामान्य पुलिस थानों में दर्ज किए जाएंगे, जबकि 20 लाख रुपए से अधिक साइबर क्राइम ठगी के मामले साइबर पुलिस थाना में ही दर्ज होंगे। हिमाचल प्रदेश में साइबर कमांडो की टीम भी तैयार की जा रही है। जल्द ही जिला सिरमौर में साइबर कमांडो की नियुक्ति होगी। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से जिला सिरमौर पुलिस टीम साइबर मामलों में बेहतरीन कार्य किया है। जिसके लिए साइबर टीम के सदस्य अमरेंद्र सिंह, प्रदीप, रोहित व नीतीश को पुलिस महानिदेशक द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि कोरोना के बाद से हिमाचल प्रदेश में लगातार साइबर क्राइम बढ़ रहा है। जिसके लिए हिमाचल प्रदेश में साइबर स्वच्छता एक अभियान चलाया जा रहा है। अभी तक पकड़े गए मामलों में देश के दूसरे राज्यों सहित हिमाचल के आठ युवक भी साइबर क्राइम के मामले में पकड़े गए हैं। डीआईजी ने जिला सिरमौर के सभी लोगों से आग्रह किया कि वह किसी भी अनजान लिंग को क्लिक न करें, किसी भी प्रकार के अननोन मैसेज पर क्लिक न करें। साथ ही यदि कोई साइबर क्राइम की घटना घटित हो जाए, तो जल्द से जल्द 1930 नंबर पर कॉल कर अपनी समस्या बताएं। इस अवसर पर जिला सिरमौर के पुलिस अधीक्षक निश्चित सिंह नेगी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक योगेश रोल्टा, डीएसपी हेड क्वार्टर रमाकांत ठाकुर भी मौजूद रहे।