पांवटा साहिब गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी द्वारा बसाया शहर पांवटा साहिब का स्थापना दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया।
तीन दिवसीय इस आयोजन में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए गए।इस दौरान गुरुद्वारा पांवटा साहिब को रौशनी से सजाया गया जिसके बाद इसकी सुंदरता देखते ही बन रही थी। इस दौरान गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरकार हरभजन सिंह, मैनेजर सरदार जगीर सिंह और कोषाध्यक्ष सरदार गुरमीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि यह तीन दिवसीय आयोजन 14 नवंबर को अखंड पाठ साहिब के साथ कंठ गुरुवाणी प्रतियोगिता के साथ शुरू हुआ था जो 16 नवंबर देर रात को समाप्त हुआ है।
संक्राति 1742 संवत को रखी गई थी पांवटा साहिब की नींव
गुरु गोबिंद सिंह का यमुना नदी के तट पर बसाया नगर पांवटा साहिब इतिहास की कई महान घटनाओं को संजोए हुए है। एक तरफ जहां सिख धर्म के इतिहास में विशेष स्थान रखता है,तो दूसरी तरफ सिखों के गौरवमयी इतिहास की यादों को ताजा करता है।इस धरती पर पांवटा साहिब ही एक ऐसा नगर है, जिसका नामकरण स्वयं गुरु गोबिंद सिंह ने किया है।इतिहास में लिखा है कि गुरु गोबिंद सिंह 17 वैशाख संवत 1742 को 1685 ई. को नाहन पहुंचे तथा संक्राति 1742 संवत को पांवटा साहिब की नींव रखी।