जिला सिरमौर के सभी स्टोन क्रेशरों तथा माईनिंग चैक पोस्ट पर एक माह के भीतर सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाऐंगे ताकि अवैध खनन सामग्री पर निगरानी रखी जा सके। यह जानकारी आज यहां उपायुक्त कार्यालय में उपायुक्त सिरमौर श्री ललित जैन ने अवैध खनन को रोकने के लिए गठित जिला स्तरीय निगरानी कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
उन्हांेने कहा कि जिला के विभिन्न विभागों द्वारा क्रियान्वित किए जा रहे निर्माण कार्यों में खनन सामग्री का प्रयोग वैध स्रोत से ही किया जाए। उन्हांेने खनन, पुलिस, लोक निर्माण, वन तथा ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह अवैध खनन की रोकथाम के लिए नियमित रूप से निरीक्षण करें ताकि अवैध खनन सामग्री के प्रयोग पर रोक लगाई जा सके। उन्होंने परिवहन विभाग को निर्देश दिए कि वह वाहनों में ओवर लोडिग, बिना नम्बर तथा बिना कागजात के वाहनों को चैक करें तथा अनियमिता पाऐं जाने पर कड़ी कार्यवाई अमल में लाए।
उन्होेंने जिला में कार्यरत एसडीएम, बीडीओ, पुलिस, खनन तथा परिवहन अधिकारी को निर्देश दिए कि वह बिना नम्बरों के ट्रैक्टरो की विशेष निगरानी रखे ताकि अवैध सामग्री के प्रयोग पर रोक लगाई जा सके। उन्होंने वन विभाग को निर्देश दिए कि वह यमूना नदी के खोदर-माजरी, गोजर, सिगपुरा, मानपुर देवडा, केदारपुर तथा बेहराल में अवैध खनन से संबंधित विशेष निगरानी रखें ताकि वन सम्पदा को अवैध खनन के दुरूपयोग से बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि उतराखण्ड प्रशासन के सहयोग से जिला सिरमौर की सीमाओं पर अवैध खनन की गतिविधियों पर काफी अकुंश लगा है।
जिला खनन अधिकारी श्री सुरेश भारद्धाज ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए खनन विभाग द्वारा चलाई जा रही गतिविधियों की जानकारी दी। इस अवसर पर एसडीएम राजगढ श्री नरेश वर्मा, एसडीएम संगडाह राजेश धीमान, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र नाहन ज्ञान चौहान, बीडीओ संगडाह रमेश शर्मा, डीएसपी नाहन प्रतिभा चौहान के अतिरिक्त लोक निर्माण विभाग, आईपीएच, ग्रामीण विकास विभाग तथा परिवहन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे।