नारियल चढाने तथा विस्फोटक सामग्री लाने ले जाने पर रहेगा पूर्ण प्रतिबन्ध
नाहन माहामाया श्री बालासुन्दरी सिद्ध पीठ त्रिलोकपुर में आगामी 21 सितंबर से 5 अक्तूबर 2017 तक आश्विन नवरात्र मेले पारम्परिक ढंग से मनाए जाएगें। यह जानकारी उपायुक्त सिरमौर एवं आयुक्त मंदिर न्यास, बी0सी0 बडालिया ने आज यहां अश्विन नवरात्र मेले के प्रबन्धों को लेकर आयोजित अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
उन्होने बताया कि मेले के दौरान माता बाला सुन्दरी मंदिर त्रिलोकपुर में मंदिर के रास्ते पर वाहनों की आवाजाही प्रतिबन्धित रहेगी ताकि मंदिर में दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो। इसके अतिरिक्त असमाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए मंदिर परिसर के अतिरिक्त भीड वाले क्षेत्रों में 16 सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएगे। उन्होने त्रिलोकपुर पंचायतों के वाहन धारको की सुविधा के लिए मंदिर के साथ बाईपास सडक की मुरम्मत समय पर करने के लिए लोक निर्माण विभाग को आवश्यक निर्देश दिए । इसके अतिरिक्त मंदिर रास्ते पर न्यास के दो वाहन विशेष परिस्थितियों में आवाजाही के लिए रखे जाएगे।
उपायुक्त ने बताया कि माता बाला सुन्दरी मन्दिर उत्तरी भारत के प्रसिद्ध शक्ति पीठों में से एक है जहां पर नवरात्र पर्व के अतिरिक्त पूरे वर्ष श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है और प्रदेश के अतिरिक्त पडोसी राज्यों हरियाणा, पंजाब, दिल्ली व देश विदेश से असंख्य पर्यटक माता के मन्दिर के दर्शन के अतिरिक्त प्रकृति की नैसर्गिक छटा का आनन्द भी उठाते हैं। उन्होंने मेले को सुनियोजित ढंग से आयोजित करने तथा श्रद्धालुओं को उचित सुरक्षा प्रदान करने के दृष्टिगत व्यापक प्रबन्ध समय पर पूरा करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए ।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से मेले को चार सैक्टरों में विभाजित किया जाएगा जिसके प्रत्येक सैक्टर में एक मेजिस्ट्रेट एवं एक पुलिस अधिकारी को तैनात किया जाएगा इसके अतिरिक्त लगभग 250 पुलिस एवं गृह रक्षक जवानों को विभिन्न स्थलों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए तैनात किया जाएगा। उन्होंने बताया कि असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए मेला क्षेत्र में सीसीटीवी भी स्थापित किए जाएंगे जिनकी निगरानी के लिए मेला मजिस्ट्रेट द्वारा एक प्रशिक्षित पुलिस जवान एवं एक अन्य कर्मचारी को तैनात किया जाएगा।
उपायुक्त ने बताया कि मेले के दौरान विस्फोटक सामग्री, आग्रेय शस्त्रों को लाने एवं ले जाने के अतिरिक्त नारियल चढ़ाने एवं उंची आवाज में बैंड अथवा ढोल बजाने पर पूर्ण प्रतिबन्ध रहेगा। इसके अतिरिक्त श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए दो प्लाजमा स्क्रीन पर माता के लाईव दर्शन की व्यवस्था भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मन्दिर परिसर में नियत्रण एवं सूचना केन्द्र स्थापित किया जाएगा जहां पर श्रद्धालु अपनी शिकायत को दर्ज करवा सकते हैं।
उन्होने बताया कि सफाई व्यवस्था के दृष्टिगत मेला परिसर को तीन सेक्टर में विभाजित किया जाएगा तथा आवश्यकतानुसार सफाई का कार्य बाहरी स्रोत्रों के माध्यम से भी करवाया जाएगा। उन्होंने जानकारी दी कि मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 150 शौचालय स्थापित किए जाएगें जिनमें से कुछ अस्थाई तौर पर स्थापित किया जाएगा । उन्होने कहा कि पानी, बिजली, खाद्य पदार्थ, एलपीजी सिलैण्डरों की उचित व्यवस्था करने के लिए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को निर्देश दिए गए है । इसके अतिरिक्त मेले में निःशुल्क चिकित्सा शिविर भी लगाए जाएगें, जिसमें श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध रहेंगी।
उन्होंने परिवहन निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेले में अतिरिक्त बसों को चलाने के लिए हरियाणा रोडवेज के साथ भी संपर्क करके समय पर आवश्यक प्रबन्ध किए जाऐं ताकि मेले में आने वाले यात्रियों को बेहतर आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो सके।
सहायक आयुक्त मंदिर न्यास एवं एसडीएम नाहन कृतिका कुल्हारी ने न्यास के सदस्यों का स्वागत करते हुए आश्वासन दिया कि मेले को सुव्यवस्थित ढंग से आयोजित करने के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध समय पर पूरे कर लिए जाएगे।
बैठक आदेश्क होमगार्ड राकेश सिंह, डीएसपी खजाना राम, तहसीलदार आरडी हरनोट, त्रिलोकपुर पंचायत के प्रधान वीरेन्द्र परमार, गैर सरकारी सदस्य विनय कुमार, बर्मा-पापड़ी पंचायत की प्रधान रीता देवी, इकबाल मोहम्मद, राजेश गुप्ता अनुवांशिक ट्रस्टी के अतिरिक्त विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा न्यास के सहायक अभियंता शाहिन बेग, गोपाल शर्मा, हरीश शर्मा सहित न्यास के अन्य सदस्यों ने भाग लिया ।