देश के विभिन्न राज्यों में जानलेवा साबित हो चुकी ब्लू व्हेल आनलाइन गेम को लेकर हिमाचल पुलिस को भी बच्चों की सुरक्षा के लिए माता-पिता के लिए सलाह जारी करने को बाध्य होना पड़ा है।
सीआईडी व साईबर शाखा ने बुधवार को एडवाईजरी जारी करते हुए माता-पिता को बच्चों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले कंप्यूटरों व मोबाइल फोन में अपने नियंत्रण के लिए साफ्टवेयर डालने को कहा गया है। साथ ही एप के इस्तेमाल को सीमित करने तथा खतरनाक साईटों को ब्लॉक करने को कहा गया है।
जारी एडवाईजरी में कहा गया है कि जिन बच्चों ने खेल खेलना शुरू किया है वे अवसाद में हैं या आत्महत्या कर सकते हैं। ऐेसे में अभिभावक अपने बच्चे के व्यवहार में बदलाव को पहचानें जो अवसाद या किसी दूसरी मानसिक समस्या के बारे में इंगित करता हो।
साईबर शाखा ने सचेत किया है कि ब्लू व्हेल को सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, गुग्ग्ल व इस्टाग्राम पर प्रतिबंधित कर दिया गया है तथा किसी भी सोशल मीडिया पर यह गेम प्रसारित किए जाने की सूरत में तुरंत शिमला स्थित साईबर थाने में इसकी शिकायत करें। साईबर शाखा के पुलिस अधीक्षक के मुताबिक इस ब्लू व्हेल गेम्स से देश में अब तक 12 से 19 वर्ष की आयु तक के छह बच्चे आत्महत्या कर चुके हैं। उन्होंने उन शिक्षण संस्थानों के अधिकारियों को आनलाइन एक्टिवटी पर सख्त नजर रखने की सलाह दी है, जिन संस्थानों में विद्यार्थी हाई स्पीड इंटरनैट का प्रयोग करते हैं।