“कर्मचारी वर्ग के साथ साथ आम जनता में खासा रूतबा है मजदूर नेता मदन राणा का ”
(विजय ठाकुर)जिला कागड़ां के विस क्षेत्र फतेहपुर में भाजपा टिकट दावेदारो की कतार लम्बी होती जा रही है ,जिस कारण पार्टी के लिए बडी असमंजस स्थिति बन चुकी है जिस पर फतेहपुर में भाजपा सीट निकालने के लिए एक बडे कर्मचारी मजदूर नेता मदन राणा पर दांव खेल सकती है ।गौरतलब रहे कि मदन राणा पिछले 25 वर्षा से भाजपा के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर पार्टी और कर्मचारी व मजदूर वर्ग की सेवा करते आ रहे है । वर्तमान् में मदन राणा प्रदेश के सवसे वडे़ मजदूर संगठन भारतीय मजदूर संघ के परदेश उपाध्यक्ष है ।
आगामी विस चुनावो में फतेहपुर में भाजपा के टिकट दावेदारो की लम्बी कतार है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रत्याशी नेता एवं ऊर्जा व कृर्षि मन्त्री सुजान सिंह पठानिया है जिन्हे टक्कर देना असान नहीं है लेकिन कयास ये भी लगाए जा रहे है कि सुजान सिंह पठानिया को टक्कर देने के लिए मदन राणा पर भाजपा का दावं खेलना फायदेमंद हो सकता है क्योंकि कर्मचारी नेता होने के साथ साथ मदन राणा सुजान सिंह पठानिया की गृह पंचायत हाड़ा के ही निवासी है । मदन राणा का जन्म विस फतेहपुर की हाड़ा पंचायत में पांच मई 1971 में एक साधारण परिवार में हुआ तथा उनके परिवार में पत्नी एक वेटा व एक बेटी है ।राणा में शुरू से ही समाज सेवा व मजदूर सेवा का जज्वा रहा है जिस कारण वह आज प्रदेश के प्रमुख मजदूर संघ के परदेश उपाध्यक्ष है ।
मदन राणा ने हमेशा मजदूरो की अवाज व मांगों को उपर उठाया जिसके लिए उन्हें कई बार जेल व लाठीचार्ज का भी सामना करना पड़ा ।बर्ष 1994 में उन्होनें मजदूर आंदोलन में भाग लिया जिसमें बलाटियर टीचरों व वाटर गार्ड की मांगों को लेकर 60 दिन धरना दिया व उनकी बहाली कराई ।मदन राणा ने शाहनहर के लगभग 400 कर्मियो की डयूटी में ब्रेक तोडने के लिए 28 दिन तक धरना देकर वर्ष 2010 में पूर्व मुख्यमन्त्री प्रेम कुमार धुमल सरकार से उन्हे नियमित करवाया ।
वहीं बर्ष 1993 में पूर्व मुख्यमंत्री शान्ता कुमार के साथ मिलकर मदन राणा ने दिल्ली तक अधिकार यात्रा में भाग लिया तथा सांसद अनुराग ठाकुर के साथ मिलकर जब लाल चौंक श्रीनगर झण्डा फहराने गए तो गिरफ्तारी भी दी ।वर्ष 1992 में पूर्व सांसद राजन सुशान्त के साथ अयोध्या बावरी मसजिद गिराने वाले आंदोलन में भाग लिया जिसमें लाठीचार्ज भी सहन किया । वर्ष 2010 में यूपीए सरकार के घोटालो व भ्रष्टाचार के विरोध में प्रदेश भाजयुमो के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर के साथ मिलकर आंदोलन में भाग लिया,जिसमें भी गिरफ्तार हुए । मदन राणा ने हमेशा मजदूरो की मांगों को लेकर यातनाए सहन की है तथा भाजपा का साथ दिया है ।एक समय था जब मदन राणा को पूर्व मन्त्री एवं सांसद राजन सुशान्त का हनुमान भी कहा जाता था ।
विस फतेहपुर में लगभग 70 हजार मतदाता है जिसमे 20 हजार के करीव कर्मचारी वर्ग है जिस पर मदन राणा की पूरी पकड़ है । आम जनता में भी मदन राणा की अच्छी पकड़ है क्योकि वो विस क्षेत्र के हर गांव में डोर टू डोर प्रचार में लगे है तथा मोदी सरकार की नीतियो का प्रचार कर रहे है । यदि भाजपा की तरफ से मदन राणा प्रत्याशी वने तो सीट निकाली जा सकती है ।