वीरभद्र सिंह व शिंदे आज कुल्लू में कार्यकर्ताओं को पढ़ाएंगे कांग्रेस का पाठ 

 

-जिला के दिग्गज नेता धर्मवीर धामी की घर वापसी की भी जगी आस

You may also likePosts

कुल्लू  मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुशील कुमार शिंदे, सहप्रभारी रनजीत रंजन व कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू शनिवार को कुल्लू में कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने पहुंच रहे हैं। यहां पर होटल सरवरी में सभी नेताओं का भव्य स्वागत होगा और उसके बाद कार्यकर्ता सम्मेलन होगा जिसमें कांग्रेसियों को चुनावी टिप्स बताए जाएंगे।

उधर, कांग्रेस के इस सम्मेलन में कुल्लू की चारों विस क्षेत्रों में पार्टी को मजबूत बनाने के लिए धाकड़ नेता धर्मवीर धामी की वापसी की भी चर्चा तेज हो गई है। गौर रहे कि धामी की वापसी की जिला के सभी नेताओं ने मांग उठाई है और कांग्रेस पार्टी मनाली ने भी धामी की वापसी का प्रस्ताव भेजा है। उधर, धामी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि अब वे पार्टी में मान सम्मान के साथ ही जाएंगे न कि झाड़ू लगाने। धर्मवीर धामी जिला के एक मजबूत नेता हैं और वे पार्टी में अहम पदों पर रह चुके हैं। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से उनका छत्तीस का आंकड़ा अपने मामा तत्कालीन मंत्री राजकृष्ण गौड से रहा। जिस कारण वे टिकट के प्रवल दावेदारों में रहे और टिकट न मिलने की सूरत में धामी ने निर्दलय चुनाव भी लड़े। दो बार मामा राज कृष्ण गौड के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरे। जबकि गत चुनाव में भी धामी को टिकट नहीं मिला और  मनाली विस क्षेत्र से राज कृष्ण गौड के पुत्र भुवनेश्वर गौड को टिकट मिला और धामी फिर से आक्रोशित होकर आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में डटे। जिसका परिणाम यह निकला कि तीनों बार मनाली विस क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी गोविंद सिंह ठाकुर की जीत होती रही जबकि कांग्रेस का बोट बैंक ज्यादा होने के कारण भी  गुटबाजी के कारण कांग्रेस हारती रही है।

गत चुनाव में धामी व भुवनेश्वर गौड को 16-16 हजार मत पड़े जबकि भापजा प्रत्याशी गोविंद सिंह ठाकुर 17 हजार मत लेकर जीत गए। स्पष्ट है कि दोनों उम्मीदवारों को मिलाकर मनाली विस क्षेत्र में कांग्रेस के 32 हजार मत बनते हैं लेकिन  गुटबाजी के कारण इन मतों का दो प्रत्याशियों में बंटवारा हुआ और 17 हजार वाला प्रत्याशी जीत गया। पहले जहां कांग्रेस को मामा राजकृष्ण गौड व भानजा धर्मवीर धामी की आपसी लड़ाई कांग्रेस की लुटिया डूबोती रही। वहीं, गत चुनाव में वही लड़ाई ममेरे भाईयों में चली और एक बार फिर कांग्रेस को झटका लगा और भाजपा को परोसी पराई थाली भेंट कराई। अब मनाली के कांग्रेसियों ने दोनों भाईयों की लड़ाई को खत्म करने के लिए दबाव  बना दिया है और कांग्रेस को समझ भी आने लगी है कि गौड व धामी परिवार की आपसी लड़ाई के कारण  कांग्रेस को सिर्फ मनाली विस क्षेत्र में ही नहीं बल्कि पूरे चार विधानसभा क्षेत्रों में नुकसान पहुंचा रही है। अब शनिवार को कुल्लू में कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन हो रहा है और कांग्रेस प्रभारी सहित अध्यक्ष व मुख्यमंत्री भी कुल्लू आ रहे हैं। इस कार्यकर्ता सम्मेलन में धामी की घर वापसी का मुद्दा जोर शोर से उठने वाला है। क्यास यह भी लगाए जा रहे हैं कि शनिवार को धामी की कांग्रेस प्रभारी व अध्यक्ष के सामने घर वापसी भी हो सकती है।

धर्मवीर धामी को कुल्लू का धाकड़ नेता माना जाता है। पहले मनाली व कुल्लू एक विधानसभा होते हुए धामी का वर्तमान की दोनों विस क्षेत्रों में पूरी पैठ है। इसके अलावा कांग्रेस में कई औधों पर रहने के कारण धामी का बोट बैंक कुल्लू के चारों विस क्षेत्रों में है। यदि धामी की घर वापसी नहीं होती है तो इस बार चारों विस क्षेत्रों में धामी के उम्मीदवार चुनाव लड़ सकते हैं।

Related Posts

Next Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!