सिरमौर में खसरा रूबैला टीकाकरण अभियान का विभिन्न संचार माध्यमों होगा व्यापक प्रचार |

नाहन (जसवीर सिंह हंस )  -सिरमौर जिला में खसरा -रूबैला टीकाकरण अभियान के बारे जागरूक करने के लिए विभिन्न संचार माध्यमों से व्यापक प्रचार किया जाएगा ताकि जिला में 9 माह से 15 वर्ष की आयु वर्ग के सभी बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जा सके ।यह जानकारी जिला स्वास्थ्य अधिकारी सिरमौर डा0 निसार अहमद ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में खसरा- रूबैला टीकाकरण अभियान के प्रबन्धों की समीक्षा करते हुए दी । उन्होने बताया कि इस अभियान को अगस्त माह के अन्तिम सप्ताह में आरंभ किया जाएगा जिसके अन्तर्गत 9 माह से 15 वर्ष की आयु वर्ग के सभी बच्चों को खसरा -रूबैला का टीका जिला के सभी शिक्षण संस्थानों, आंगनबाड़ी कंेद्रों, स्वास्थ्य संस्थानो  में लगाए जाएगें  ।

डा0 निसार ने बताया कि इस अभियान के व्यापक प्रचार के लिए एक कार्ययोजना तैयार की गई है जिसमें विभिन्न विभागों के सहयोग से इस कार्यक्रम को जन आन्दोलन का रूप दिया जाएगा । उन्होने बताया कि नाहन शहर के सभी वार्डों में लाऊड-स्पीकर लगाकर लोगों को जानकारी दी जाएगी । जबकि जिला के अन्य शहरों व गांव में भी गाड़ियों पर  लाऊड-स्पीकर लगाकर टीकाकरण अभियान बारे लोगों को जागरूक किया जाएगा ।उन्होने बताया कि जिला के विभिन्न प्रमुख स्थलों पर खसरा-रूबैला टीकाकरण अभियान के होर्डिग स्थापित किए जाएगें । इसके अतिरिक्त जिला में कार्यरत सभी आंगनबाड़ियों के माध्यम से पेम्फलेट द्वारा घर घर तक जानकारी पहुूंचाई जाएगी । उन्होने बताया कि जिला के सभी शिक्षण संस्थानों में भी टीकाकरण अभियान संबधी प्रचार सामग्री पहंूचा दी जाएगी ताकि बच्चों के माध्यम से घर घर तक संदेश पहंूच सके । उन्होने बताया कि शिक्षण संस्थानों में प्रातःकालीन सभा में भी खसरा- रूबैला टीकाकरण अभियान बारे जानकारी दी जाएगी ।

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डा0 निसार ने स्पष्ट किया कि इस अभियान के तहत घर घर जाकर टीकाकरण नहीं किया जाएगा बल्कि निधारित स्थलों  में ही टीके लगाए जाएगें । उन्होने कहा कि प्रचार अभियान के दौरान लोगों का खसरा-रूबैला बिमारी के बारे जानकारी दी जाएगी कि खसरा एक जानलेवा रोग जोकि वायरल द्वारा फैलता है जिससे बच्चों में विकलंगता तथा कई बार असमायिक मृत्यु भी हो जाती है । इसी प्रकार रूबैला एक संक्रामण रोग है यह भी वायरल द्वारा फैलता है इसके लक्षण खसरा जैसे होते है । उन्होने बताया कि यदि गर्भवती महिला शुरूआती दौर में  इन रोगों से संक्रमित हो जाए तो उसके भू्रण अथवा नवजात शिशु के लिए घातक सिद्ध हो सकता है ।बैठक में डा0 केके पराशर चिकित्सा अधीक्षक मेडिकल कॉलेज नाहन, डा0 विनोद संगल जिला टीकाकरण अधिकारी, डा0 मनिन्द्र शर्मा प्रतिनिधि डब्लयूएचओ, प्रधानाचार्य डाईट मान सिंह ठाकुर, श्रम अधिकारी राजेन्द्र चौहान, डा0 विधि तोमर, जिला कार्यकम अधिकारी ईरा तनवर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया ।

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