मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कुल्लू दौरे के दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव आने वाले हैं और चुनावों से पहले टिकट की
लड़ाई अहम होती है और हर कार्यकर्ता का अधिकार टिकट की दावेदारी करना होता है। लेकिन जिसे हाईकमान टिकट देती है वाकि कार्यकर्ताओं को नाराज न होकर टिकट जिसे मिला है उसका साथ देना चाहिए। उन्होंने इस दौरान कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को शपथ दिलाई कि कसम खाओ जिसे टिकट मिलेगा उसका साथ देंगे। वगावत न कर संगठन के उम्मीदवार को जीताने का प्रयास करेंगे। गौरतलब है की इस बार पांवटा साहिब से किसी नए चेहरे को कांग्रेस से टिकेट मिल सकती है क्यूंकी शहर मे विकास ना होने से लोग निर्दलिय विधायक किरनेश जंग से काफी दुखी है व विधायक के लिए नया चेहरा तलाश रहे है
उन्होंने कहा कि कुल्लू की चारों सीटें हम जीत सकते हैं पर शर्त यह है कि नेता बंटे न और टिकट मिलने के बाद विरोध में काम न करें और आजाद चुनाव न लड़े। अगर एक ही पार्टी से दो दो उम्मीदवार मैदान में उतरेंगे तो निश्चित रूप से हार होगी। कुल्लू में मैंने ये सब देखा है इसलिए कार्यकर्ता जिसे टिकट मिला उसके पीछे पीछे उसे जिताने का काम करे।
इस दौरान उन्होंने मीडिया कर्मियों से भी बातचीत के दौरान कांग्रेस से बाहर हुए लोगों की घर वापसी को लेकर कहा कि जो कांग्रेस के लिए काम करेगा
उसे कांग्रेस में वापिस लाया जाएगा और चुनाव आने वाले हैं कांग्रेस अपने कुनवे को समेटने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में प्रदेश में विकास हुआ है।
विरोध भी होगा तो पार्टी हित में कडे़ फैसले लूंगा: सुक्खू
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का नाम लिए बिना किया प्रहार
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुखविदंर सिंह सुक्खू ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे छात्र राजनीति से लेकर कांग्रेस के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जैसे पदों पर कार्य करने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि संगठन की मजबूती के लिए मुझे कुछ कडे़ फैसले लेने होंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का नाम लिए बिना ही उन पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगों को मेरे लिए हुए फैसले से परेशानी हो सकता है पर मुझे जो फैसले लेने हैं मैं उन्हें बखूबी लूंगा। संगठनात्मक फैसले
लेते हुए मुझे अपनी मार्यादा का ध्यान रखना पड़ा है और मेरे फैसले निणार्यक हो इसके लिए जिस पद पर मैं बैठा हूं उसके प्रति मेरी जवाबदेही बनती है। पार्टी हित में लिए मेरे फैसले से कुछ लोगों को आपत्ति हो सकती
है लेकिन पार्टी हित में मुझे जो भी फैसले लेने होंगे लूंगा। उन्होंने नाम लिए बिना ही मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरे फैसलों का कुछ लोग विरोध करते हैं लेकिन ये फैसले गुण दोष के आधारपर लेने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं में जो मतभेद चल रहे हैं उन्हें मिल बैठकर सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश में चुनौती के दौर से गुजर रही है और सिर पर चुनाव है संगठन इस चुनाैती से मिलकर लडे़गा और आने वाले समय में भी प्रदेश के अंदर कांग्रेस की सरकार बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए कांग्रेस अभी से जुट गई है।