गंगुराम को चुनाव में खड़ा करने वाले ही नहीं रहे उनके साथ सभी कर चुके हैं उनसे किनारा
पच्छाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व मुख्य सलाहकार एडवोकेट भूपेंद्र सिंह ठाकुर भाजपा के हो गए हैं। विधान सभा चुनाव में सत्ता वापसी का तानाबाना बुन रही कांग्रेस पार्टी के एक के बाद एक दिगज्ज नेता पार्टी को अलविदा कहते जा रहे हैं। परिवर्तन रथ यात्रा के दौरान उन्होंने पार्टी ज्वाईन की। प्रदेश प्रभारी मंगल पांडे, प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती, विधायक सुरेश कश्यप सहित सभी वरिष्ठ नेताओं ने उनका स्वागत किया। गंगूराम मुसफिर के खास सिपेसालार रहे भूपेंद्र ठाकुर को पार्टी में वरिष्ठ सलाहकर थे। इससे पहले वह हिमाचल वित्त निगम में बतौर लॉ ऑफिसर कार्य कर चुके हैं। पच्छाद की मिंया बिरादरी में उनका अच्छा रसूख है जिन्हें पार्टी के फाउंडर मेम्बर के तौर पर जाना जाता है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सूबेदार होशयार दत्त शर्मा, राम किसान शर्मा समेत कई ऐसे चैहरे हैं जो अब पार्टी में कहीं नजर नहीं आते जो पार्टी को अलविदा कह चूके हैं। कई वरिष्ठ नेता ऐसे हैं जो दूसरी पार्टी में तो नहीं गए लेकिन पूर्व विधायक गंगू राम मुसाफिर से उनका छत्तीस का आंकड़ा चल रहा है। पार्टी के वरिष्ठतम नेता नित्यानन्द सेवल सरीखे कई ऐसे नाम हैं जिनकी नाराजगी जग जाहिर है।
पच्छाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जिन्होंने 1982 में गंगुराम मुसाफिर को आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार किया था। उसके बाद वह लगातार चुनाव जीतते गए। आखिर अब पच्छाद कांग्रेस को ऐसा क्या हो गया है कि सत्ता के बावजूद पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक से किनारा करते जा रहे हैं। आज उनमें से एकाध ही उनके आसपास नजर आते हैं। पच्छाद में पिछले कई वर्षों से सुलग रही बगावत की यह चिंगारी आज कांग्रेस पर भारी पड़ती जा रही है। पिछले चुनाव से पहले हालांकि नित्यानन्द सेवल ने स्वयं राजा वीरभद्र को पूरी स्थिति से अवगत करवा दिया था। उन्होंने बाकायदा पत्र लिखकर पार्टी प्रत्याशी बदलने की मांग की थी लेकिन पार्टी ऐसा न करके अपनी परम्परागत सीट को गंवा दिया था।
भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेन्द्र सिंह ठाकुर ने ख़बरोंवाला को दिए बयान में कहा कि वह पच्छाद के पूर्व विधायक गंगूराम मुसफिर के तानाशाह रवैये से आहत हैं। पार्टी में उन जैसे न जाने कितने लोग घूटन महसूस कर रहे हैं। जो उचित समय की इंतजार में बैठे हैं। उन्होंने बताया कि पच्छाद कांग्रेस में संगठन नाम की कोई चीज नहीं है। सब कुछ एक मात्र व्यक्ति की मनमर्जी से चल रहा है। उन्होंने तो एक वर्ष पहले ही पार्टी छोड़ दी थी। त्यागपत्र देने से पहले उन्होंने स्वयं मुख्यमंत्री को पूरी स्थिति से अवगत करवा दिया था। भूपेन्द्र ठाकुर ने बताया कि सत्ता के नशे में चूर गंगूराम मुसफिर पूरी तरह तानाशाह बनकर पार्टी को हांक रहे हैं वह बिना किसी से सलाह मशविरा लिए कार्यकर्ताओं का विश्वाश तोड़ने में लगे हैं। अक्सर कार्यकर्ताओं को विश्वास में लिए बगैर जनहित को दरकिनार करते हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं को नीचा दिखाना उनकी फितरत में शामिल हो चुका है। कर्मचारियों प्रताड़ित करने के मकसद से वह तबादलों में अत्यधिक रुचि लेते हैं जिससे पच्छाद में कांग्रेस का ग्राफ लगातार गिरता जा रहा है। उन्होंने कहा कि पच्छाद कांग्रेस के पतन के लिए केवल गंगू राम मुसाफिर जिम्मेवार हैं।