तकरीबन 15 मिनट चला ड्रामा,
कोटखाई प्रकरण को लेकर भाजपा के प्रदर्शन में भाजपाईयों व पुलिस में तीखी नोकझोंक की खबर है। यह प्रदर्शन भाजपा के जिलाध्यक्ष सुखराम चौधरी के नेतृत्व में किया जा रहा था, जिसकी बागडोर विधायक डॉ. राजीव बिंदल ने संभाले हुई थी। एक बजे के आसपास जैसे ही भाजपा के नेता व कार्यकर्ता डीसी कार्यालय पहुंचे तो सीएम का पुतला फूंकना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने इसे रोक दिया। हालांकि औपचारिकता के तौर पर भाजपा पुतला फूंकने में कामयाब रही, लेकिन पुलिस बल ने भी फुर्ती दिखाने में कोई कमी नहीं रखी। भाजपा के नेताओं ने पुलिस के लिए कई अपशब्दों का इस्तेमाल भी किया। सीधे-सीधे पुलिस पर चमचागिरी करने का आरोप लगाया। भाजपा के विधायकों से भी धक्का-मुक्की हुई। पुलिस को हलके बल का इस्तेमाल भी करना पड़ा। उधर विधायक डॉ. राजीव बिंदल के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ता डीसी के चैंबर में ही जमीन पर बैठ गए। यहां तक की कुछ कार्यकर्ता नारेबाजी भी कर रहे थे। उपायुक्त कार्यालय के परिसर में ही नारेबाजी के साथ-साथ भाषणबाजी हुई।