-नॉर्थ इंडिया पत्रकार ऐसोसिऐशन की महिलाओं ने कुल्लू में उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
-सिरमौर पे्रस क्लब के साथ चट्टान की तरह खड़ा है एनआईपीए महिला विंग
कुल्लू , सिरमौर में बीते दिनों जो पत्रकारिता को बदनाम करने की कोशिश की गई है वह एक सोची-समझी चाल है और इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। सिरमौर में जो वरिष्ठ पत्रकारों पर तथ्यहीन आरोप लगाए गए हैं वह एक शर्मनाक घटना है। देवभूमि कुल्लू में नॉर्थ इंडिया पत्रकार ऐसोसिऐशन महिला विंग की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में यह सारे मामले उठे और इस पूरे प्रकरण की कड़े शब्दों में निंदा की गई है।
बैठक के बाद नॉर्थ इंडिया पत्रकार ऐसोसिऐशन की महिलाओं ने शुक्रवार को उपायुक्त कुल्लू युनूस के माध्यम से महामहिम राज्यपाल, केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी, वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश, महिला आयोग हिमाचल प्रदेश, महानिदेशक हिमाचल पुलिस, उपायुक्त सिरमौर, एसपी सिरमौर, हेमराज जिंदल राष्ट्रीय अध्यक्ष एनआईपीए, धनेश गौतम राज्य अध्यक्ष एनआईपीए हिमाचल प्रदेश को ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन के माध्यम से एनआईपीए की महिला पत्रकारों ने कहा है कि सिरमौर में जो हमारे वरिष्ठ पत्रकारों पर कथित आरोप लगाए जा रहे हैं वे तथ्यहीन हैं और जो भी लोग इसमें शामिल हैं उन पर कड़ी कार्रवाई की जाए। ज्ञापन में कहा गया है कि प्रेस क्लब ऑफ नाहन के तीन पत्रकार वरिष्ठ पत्रकार हैं और कई वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में समाज सेवा में अहम भूमिका निभा रहे हैं। उक्त पत्रकारों पर अनाप-शनाप आरोप लगाना किसी भी सूरत में सहन नहीं होगा। एनआईपीए की महिलाओं ने स्पष्ट कहा कि पूरे प्रदेश की महिला पत्रकार सिरमौर प्रेस क्लब के साथ चट्टान की तरह खड़ी हैं और उनके खिलाफ साजिश रचने वालों को चेतावनी दे डाली है कि पत्रकारिता की गरिमा को बनाए रखें। अपनी व्यक्तिगत रंजिश को पत्रकारिता की आड़ में ढाल बनाकर इसका दुरूपयोग न करें। महिला विंग ने कहा है कि पत्रकारिता की गरिमा को बनाए रखना आज अति आवश्यक हो गया है। अभिव्यक्ति की आजादी सबको है लेकिन इससे पहले हमें अपने कर्तव्यों पर भी ध्यान देना होगा। महिला विंग का सामुहिक निर्णय है कि नाहन में एक महिला द्वारा वरिष्ठ पत्रकारों पर लगाए जा रहे आरोप पूरी तरह से तथ्यहीन हैं । एनआईपीए महिला विंग का कहना है कि यदि कोई व्यक्तिगत रंजिश है तो उसे व्यक्तिगत तौर पर ही सुलझा लेना चाहिए। महिला विंग का कहना है कि हिमाचल प्रदेश देवभूमि है और एक शांतिप्रिय प्रदेश है यहां पर महिलाओं का आदिकाल से सम्मान होता रहा है। वर्तमान में पत्रकारिता के क्षेत्र में महिलाओं के पर्दापण से जहां लेखनी के क्षेत्र में क्रांति आई है वहीं, इस प्रकरण से कहीं महिला पत्रकारिता पर सवाल न उठे इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा। इस घटना से प्रदेश की अन्य महिला पत्रकारों को भी बदनामी सहन करनी पड़ रही है। एनआईपीए महिला विंग का मानना है कि महिला होने का फायदा उठाकर किसी पर लांछन नहीं लगाना चाहिए जिससे महिला पत्रकार विरादरी बदनाम हो इसलिए जरूरी हो गया है कि पत्रकारिता की गरिमा बनाए रखने के लिए इस मामले की गहनता से