(धनेश गौतम) लोग अक्सर पुलिस की कार्यप्रणाली को संदेह की नजर से देखते है लेकिन ऐसा भी नहीं है कि पुलिस में सराहनीय कार्य करने वाले युवा पुलिस जवानों की कमी हो। कुल्लू पुलिस में भी एक ऐसे युवा जवान है जिन्हें साइलेंट किल्लर के नाम से प्रदेश पुलिस पहचानती है। यह जवान है हैडकॉस्टेबल राजेश ठाकुर। इस पुलिस जवान राजेश ठाकुर की बहादुरी के चर्चे जहां पुलिस विभाग में अक्सर होते हैं वहीं आम जनता में भी राजेश सराहनीय कार्यों के लिए चर्चित है।
कुल्लू पुलिस के इस साइलेंट किल्लर ने जहां बड़े-बड़े मामलों को सुलझाने में कामयाबी पाई है वहीं एक ऐसे शातिर अपराधी को युपी के दुर्गम गांव में गिरफ्तार करने में कामयाबी तो हासिल की लेकिन अकेले ही उसे मंगलवार को कुल्लू भी पहुंचाया। कुल्लू में न्यायलय ने 24 अक्तूबर तक उक्त उपराधी को न्याययिक हिरासत में भेजा है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जोगेंद्र सिंह पुत्र चत्तर सिंह गांव ननोता, तहसील रामपुर, जिला सहारनपुर, उत्तरप्रदेश पर 2006 में धारा 341, 323, 325 व 427 आईपीसी के तहत मामला दर्ज हुआ था। तब से लेकर आज तक उक्त अपराधी यहां से फरार था और न्यायालय ने 2011 में उक्त अपराधी को भगौड़ा घोषित किया था। उसके बाद कई बार इस अपराधी की तलाश में पुलिस की टीमें उत्तर प्रदेश गई और बेरंग वापस लौटी।
इस बार कुल्लू पुलिस ने साइलेंट किल्लर राजेश को अकेले ही उक्त अपराधी की तलाश में भेजा और राजेश ने अपनी बहादुरी के साथ जहां अपराधी तक पहुंचने में कामयाबी हासिल की वहीं गिरफ्तार कर कुल्लू लाने में भी कामयाब हुए। राजेश इससे पहले भी कई मामलों में अपनी बहादुरी व चतुराई के लिए प्रसिद्ध रहे हैं। कुल्लू में हाईप्रोफाइल रघुनाथ मूर्ति चोरी मामले में राजेश की टीम ही नेपाल गई थी और अपराधी से सब कुछ उगलाने में कामयाब रहने के बाद गुगल मेप के आधार पर रघुनाथ की चोरी का पर्दाफाश करने में बड़ी कामयाबी पुलिस को दिलवाई थी। जिससे कुल्लू पुलिस ने भी वाहवाही लुटी थी और हिमाचल प्रदेश के अराध्य देव भगवान रघुनाथ की मूर्तियां मिलने से आस्था भी बच गई थी।
भुंतर में 50 लाख चोरी मामले के अलावा आईएसआईएस एजेंट आविद खान को पकडऩे में भी राजेश की दिलोदिमाग की बहादुरी ने काम किया था और आज देवभूमि को आईएसआईएस एजेंट से मुक्ति दिलाकर जनता की सुरक्षा की। इसी तरह राजेश ठाकुर ने कई बड़े मामलों के पर्देफाश किए है और कई भगौड़े अपराधियों को पकडऩे में भी कामयाब रहे है। आज राजेश ठाकुर की बहादुरी के हर जगह चर्चे हो रहे हैं और पुलिस विभाग को भी राजेश को गर्व है।