शिक्षा के क्षेत्र में सोलन जिले ने पुनः दिखाई नवीन राह

 

 

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( जसवीर सिंह हंस ) सोलन जिले को प्रदेश का शिक्षा हब माना जाता है। जिले में स्थापित अनेक विश्वविद्यालय, महाविद्यालय एवं विद्यालय समूचे विश्व में अपनी श्रेष्ठ शिक्षा पद्धति एवं नव-प्रवर्तन के लिए प्रसिद्ध हैं। सोलन जिले ने शिक्षा के क्षेत्र में अनेक मील के पत्थर स्थापित किए हैं। वर्तमान में सोलन के विभिन्न राजकीय विद्यालयों ने भी प्रदेश को नई राह दिखाने का कार्य किया है।

हाल ही में आयोजित राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण में सोलन जिले ने विज्ञान तथा समाज-विज्ञान की शिक्षा में प्रथम तथा गणित एवं हिंदी की शिक्षा में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। जिले को यह उपलब्धि 8वीं कक्षा के लिए हासिल हुई है। इस सर्वेक्षण में छात्रों की सीखने की क्षमता को विभिन्न माध्यमों द्वारा आंका गया। जिले में राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण के विषय में जानकारी प्रदान करने के लिए नियमित अंतराल पर कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं ताकि सभी कक्षाओं के छात्र अपने-अपने विषय में महारत हासिल करें।

सोलन जिले में गुणवत्तायुक्त शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 45 राजकीय विद्यालयों में पूर्व प्राथमिक शिक्षा की कक्षाएं आरंभ की गई हैं। ये कक्षाएं विद्यालय प्रबंधन समितियों की सहायता से आरंभ की गई। इनमें 35 प्राथमिक पाठशालाओं में सभी विषय अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाए जा रहे हैं जबकि 15 अपर प्राथमिक पाठशालाओं में गणित तथा विज्ञान की शिक्षा अंग्रेजी माध्यम में दी जा रही है।

जिले के अर्की शिक्षा खंड की राजकीय प्राथमिक पाठशाला अर्की, ब्यूली तथा भूमती में सभी विषय अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाए जा रहे हैं। इसी खंड की राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला एवं राजकीय छात्रा वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला अर्की, राजकीय माध्यमिक पाठशाला पलोग, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भूमती तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुमारहट्टी में गणित तथा विज्ञान अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाए जा रहे हैं।

रामशहर शिक्षा खंड की राजकीय प्राथमिक पाठशाला दिग्गल, सांई तथा लूणा में सभी विषय जबकि इसी खंड की राजकीय माध्यमिक पाठशाला मलकूमाजरा तथा राजकीय उच्च पाठशाला थाना में गणित एवं विज्ञान विषय की पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम में करवाई जा रही है।धर्मपुर शिक्षा खंड के राजकीय उच्च विद्यालय गनोल में अंग्रेजी तथा गणित एवं राजकीय प्राथमिक पाठशाला गनोल में सभी विषय अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाए जा रहे हैं। कंडघाट शिक्षा खंड में राजकीय प्राथमिक पाठशाला कंडाघाट, सकोड़ी तथा रूगड़ा में सभी विषय अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाए जा रहे हैं। इसी खंड की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला क्वारग, सायरी, ममलीग तथा राजकीय उच्च पाठशाला बशोल में छात्रों को गणित तथा विज्ञान विषयों की पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम से करवाई जा रही है।

कुठाड़ शिक्षा खंड के राजकीय उच्च विद्यालय जगजीत नगर में गणित तथा विज्ञान अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाए जा रहे हैं। इसी खंड की राजकीय प्राथमिक पाठशाला गुणाई, राजड़ी, शाईमंज, धारड़ी नड़ोह, सूजी, लगहेच तथा सनवारा में सभी विषय अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाए जा रहे हैं। शिक्षा खंड धुंधन की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धुंधन में अंग्रेजी तथा विज्ञान जबकि राजकीय प्राथमिक पाठशाला डीब में सभी विषयों का ज्ञान छात्रों को अंग्रेजी माध्यम से प्रदान किया जा रहा है।

शिक्षा खंड नालागढ़ की राजकीय प्राथमिक पाठशाला सकेड़ी तथा बाहा में सभी विषय जबकि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जघों में गणित तथा विज्ञान विषय अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाए जा रहे हैं। जिला स्तर पर छात्रों के समय को सृजनात्मक गतिविधियों में लगाने के अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। इस दिशा में कंडाघाट शिक्षा खंड की राजकीय प्राथमिक पाठशाला ललयाणा में हाल ही में तीन दिवसीय चित्रकला प्रदर्शनी आयोजित की गई। इस प्रदर्शनी में प्राथमिक स्तर तक के छात्रों के हुनर को समुदाय एवं अभिभावकों के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इससे जहां छोटे बच्चों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन मिला वहीं उनके अभिभावकों को भी अपने बच्चों की प्रतिभा का पता चला। इस तरह की सृजनात्मक गतिविधियां छात्रों के समग्र विकास में सहायक सिद्ध होती हैं।

छात्रों में गणित विषय के प्रति रूचि उत्पन्न करने तथा गणित का डर उनके मन से हटाने के लिए हाल ही में कंडाघाट शिक्षा खंड की राजकीय माध्यमिक पाठशाला रूगड़ा में महान गणितज्ञ रामानुजम की जयंती पर गणित विषय में प्रश्नोत्तरी आयोजित की गई। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आए। निदेशक शिक्षा तथा सर्वशिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक ने इस नवीन प्रयास को सराहा तथा निर्देश दिए कि राज्य के सभी स्कूलों में गणित से संबंधित ऐसी सृजनात्मक गतिविधियां आरंभ की जाएं।

कमजोर वर्गों के छात्रों को प्रोत्साहित करने एवं विभिन्न उच्च स्तरीय विद्यालयों में उन्हें छात्रवृत्ति के माध्यम से प्रवेश दिलाने में सोलन जिले में कार्यरत प्राथमिक अध्यापक मस्त राम ने सराहनीय कार्य किया है।जिला प्रशासन के सत्त मार्गदर्शन एवं शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे नवप्रवर्तन के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। शिक्षा का हब जिला सोलन अब पूरे प्रदेश को दिखा रहा है कि सही मार्गदर्शन एवं उचित प्रशिक्षण के माध्यम से सरकारी विद्यालयों के छात्र हर कसौटी पर खरा उतरने की क्षमता रखते हैं।

 

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